November 26, 2024

भारतीय संस्कृति पुस्तकें वर्तमान समय की आवश्यकता:प्रेमचंद अग्रवाल

देहरादून। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखंड प्रेस क्लब में भारतीय संस्कृति तथा नैतिक शिक्षा के आयाम पुस्तक के लोकार्पण के अवसर पर कहा कि भारतीय संस्कृति पुस्तकें वर्तमान समय की आवश्यकता है। इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति जिसकी प्रसिद्धि सम्पूर्ण विश्व में हमेशा से रही है, उस भारतीय संस्कृति पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण अच्छी पहल है। ऐसे समय में जब पश्चिमी सभ्यता का बढ़ता प्रभाव हो, तब इस पुस्तक की पुस्तिका का प्रकाशन अति आवश्यक है।

श्री अग्रवाल ने कहा कि पुस्तक के लेखक अखिलेश चन्द्र चमोला ने बहुत खूबसूरत तरीके से भारतीय संस्कृति व नैतिक शिक्षा का समावेश किया है इस पुस्तक से युवा पीढ़ी को अपनी प्राचीनतम भारतीय संस्कृति को समझने व जानने का अवसर प्राप्त होगा और साथ ही समाज में नैतिक मूल्यों में जो गिरावट आई है, उससे उभरने के लिए भी पुस्तक में अनेक बातों का उल्लेख किया गया है।

श्री अग्रवाल ने कहा कि पुस्तक समाज का दर्पण होती है, समाज में घटने वाली प्रत्येक घटना का समावेश जब एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित होता है, तब पीढ़ी दर पीढ़ी उन वर्णनों से प्रेरित होती है। जैसे रामायण-महाभारत वेद एवं पुराण आदि ग्रन्थ आज भी जीवन जीने की प्रेरणा देते है। पुस्तकें हमारी सबसे अच्छी दोस्त हैं और यह सच भी है क्योंकि पुस्तकों को पढ़ने से प्राप्त ज्ञान हमेशा हमारे लिए कायम रहता है और हमारे व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास में हमारी सहायता करता है।

विधानसभा अध्यक्ष श्री अग्रवाल ने कहा कि पुस्तकों के अध्ययन से हमें बेहतर व्यक्ति बनने में मदद मिलती है। यदि हम महान लोगों की जीवनी पढेंगे, जिनका जीवन दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। श्री अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान समय में जब लोग सोशल मीडिया को ही देख व पढ़ रहे हैं, ऐसे समय में लोगों की पुस्तकों को पढने की रूचि कम हो गयी है, जो चिंता का विषय है। कार्यक्रम में कोरोना युद्ध के रूप में अनेक लोगों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर कंपनी डायरेक्टर सूर्य प्रकाश, पुस्तक के लेखक डॉ अखिलेश चंद्र चमोला, कार्यक्रम के संयोजक चंद्रवीर गायत्री, चंद्र प्रकाश भारती, राखी रावत, तमन्ना गुसाईं, शारदा गौड़, सुनीता रावत, रेखा भंडारी, सुषमा खंडूरी, भूपत सिंह बिष्ट आदि सहित अनेक लोग उपस्थित थे।