देहरादून। मानवाधिकार एवं सामाजिक संगठन के विजय पार्क स्थित राष्ट्रीय कार्यालय में रामपुर तिराहा कांड के वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारियों को संगठन द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैंट विधायक हरबंस कपूर रहे। उन्होंने रामपुर तिराहा कांड के शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि वे राज्य आंदोलनकारियों का सम्मान करते हैं, जिन्होंने कि अपनी जान की परवाह न करते हुए राज्य आंदोलन में अपना योगदान दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के चेयरमैन सचिन जैन ने की। श्री जैन ने कहा कि नौ नवंबर की तारीख इतिहास में उत्तराखंड के स्थापना दिवस के तौर पर दर्ज हैं। पृथक उत्तराखंड की मांग को लेकर कई वर्षों तक चले आंदोलन के बाद आखिरकार 9 नवंबर 2000 को उत्तराखण्ड को सत्ताइसवें राज्य के रूप में भारत गणराज्य में शामिल किया गया। वर्ष 2000 से 2006 तक इसे उत्तरांचल के नाम से पुकारा जाता था, लेकिन जनवरी 2007 में स्थानीय लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए इसका आधिकारिक नाम बदलकर उत्तराखण्ड कर दिया गया। कार्यक्रम में अनिल वर्मा, वीरेंद्र पोखरियाल, विजय प्रताप, अब्बल सिंह नेगी, पूनम नौटियाल, संदीप पटवाल, अम्बुज शर्मा, वेदानंद कोठारी, मोहन खत्री, सुरेश नेगी आदि वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारियों को संगठन की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संगठन की प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन, प्रदेश उपाध्यक्ष लच्छू गुप्ता, कुलदीप, विशंभर नाथ बजाज, रेखा निगम, अमित अरोड़ा, सुमित बसक, सुदेशना बसक, पंडित सुभाष चंद्र सतपति, विवेक जैन, हरीश कटारिया, जितेंद्र डंडोना आदि लोग उपस्थित रहे।
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