हरिद्वार। जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पांडे की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में हार्टिकल्चर मिशन फॉर नार्थ ईस्ट हिमालियन स्टेट्स, उत्तराखण्ड योजना अन्तर्गत जिला स्तरीय स्टेयरिंग समिति की बैठक आयोजित हुई।
बैठक में जिलाधिकारी को मुख्य उद्यान अधिकारी श्री नरेन्द्र यादव ने हार्टिकल्चर मिशन फॉर नार्थ ईस्ट हिमालियन स्टेट्स, उत्तराखण्ड योजना के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में फलों में-स्ट्राबेरी, अमरूद, आम लीची,आढू, सब्जियों में-टमाटर, गोभी, खीरा, फूलों में- कट फ्लावर, लूज फ्लावर, मसालों में-लहसून, अदरक, मिर्चा, हल्दी आदि की खेती को प्रोत्साहित करने के लिये कुल कितने हेक्टरयर में इनका प्रोडक्शन होगा तथा इसको बढ़ावा देने के लिये कितना बजट अनुमानित होगा, के सम्बन्ध में विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
इस मौके पर किस तरह के पॉलीहाउस बनाने में कितनी लागत आयेगी तथा उसमें किसानों को कितनी सब्सिडी दी जायेगी, इसी तरह जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिये क्या-क्या उपाय किये जायेंगे, हार्टिकल्चर में उपयोग होने वाले यंत्रों, मशीनों, उपकरणों को खरीदने पर कितना अनुदान किसानों को मिलेगा तथा उसकी पात्रता क्या होगी, किस तरह की खेती के लिये किस प्रकार के मानव संसाधन की जरूरत पड़ेगी तथा उनको ट्रेनिंग देने की क्या व्यवस्था होगी एवं उसमें बजट का क्या प्राविधान किया गया है, किसानों में अधिक से अधिक इस क्षेत्र के सम्बन्ध में जागरूकता लाने के लिये क्या-क्या उपाय किये जायेंगे आदि के सम्बन्ध में भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।
बैठक में कृषकगणों को भी आमंत्रित किया गया था। श्री विनय शंकर पाण्डेय ने उपस्थित कृषकों से पूछा कि आप कौन-कौन से उत्पाद की खेती करते हैं। इस पर आन्नेकी हेतमपुर के कृषक श्री अमित चौहान ने बताया कि हम आन्नेकी हेतमपुर में लगभग छह हेक्टेयर भूमि में जरबेरा की खेती कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने पूछा कि इसमें आपको कितनी आमदनी हो जाती है। इस पर श्री चौहान ने बताया कि यह शादी आदि मनाये जाने वाले उत्सवों के ऊपर निर्भर है। उन्होंने यह भी बताया कि अगर शादी आदि उत्सवों की संख्या ज्यादा होती है, तो निश्चित रूप से अच्छी आमदनी हो जाती है। जिलाधिकारी द्वारा मार्केटिंग के सम्बन्ध में पूछे जाने पर श्री चौहान ने बताया कि नोएडा आदि क्षेत्रों में इसकी ज्यादा मांग है। इसी तरह के अनुभव जरबेरा की ही खेती करने वाले श्री मनमोहन भारद्वाज बुग्गावाला ने भी साझा किये। जिलाधिकारी ने अन्य फसलों के सम्बन्ध में भी विस्तृत जानकारी कृषकगणों से ली।
जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय ने बैठक में सुझाव दिया कि किसानों को हमारे देश के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कराने के साथ ही विदेशों का भी भ्रमण कराया जाना चाहिये ताकि वे विदेशों में फसलों के उत्पादन में जो तकनीक अपनाई जा रही है तथा हमारे देश में उसी फसल को उगाने में किस तरह की तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, इससे परिचित होकर तुलनात्मक निर्णय ले सकते हैं।
इस अवसर पर उद्यान अधिकारी श्री नरेन्द्र यादव, मुख्य कृषि अधिकारी श्री विजय देवराड़ी, डीपीआरओ श्री अतुल प्रताप सिंह, डीडीओ श्री वेद प्रकाश , एई हरिद्वार श्री ए0 ज्येड वेग, कृषक- श्री राजीव शर्मा बुग्गावाला, श्री अमित चौहान आन्नेकी हेतमपुर, श्री मनमोहन भारद्वार बुग्गावाला सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
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