बदरीनाथ। पीएमओ की टीम ने शुक्रवार को बदरीनाथ धाम में चल रहे मास्टर प्लान के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। टीम ने कार्यदायी संस्था को समय पर सभी काम पूरे करने के निर्देश दिए। इसके लिए मजदूरों की संख्या बढ़ाने के लिए भी कहा गया। इन दिनों बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत निर्माण कार्य चल रहे हैं। शुक्रवार को पीएमओ के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम कार्यों के निरीक्षण के लिए बदरीनाथ पहुंची। उन्होंने बदरीनाथ मंदिर परिसर, माणा बाईपास, बदरीश व शेष नेत्र झील, अलकनंदा नदी तटों, साकेत तिराह, अस्पताल, बस स्टेशन आदि जगह का निरीक्षण किया और सभी काम समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। इसके लिए संसाधनों को बढ़ाने पर विशेष जोर दिया।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि मास्टर प्लान के कार्य तीन चरणों में पूरे होने हैं। प्रथम फेज में इस समय रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, लूप रोड, हेराइवल प्लाजा निर्माण, लेक फ्रंड डेवलपमेंट, अस्पताल विस्तारीकरण, बाईपास रोड आदि का निर्माण होना है। प्रथम फेज के तहत होने वाले सभी निर्माण कार्यों में काम चल रहा है। गाबर प्रोजेक्ट के डायरेक्टर पीएल स्वामी ने बताया कि शेष नेत्र झील को बड़ी झील के रूप में विकसित किया जाना है। इसके पास एक गार्डन भी बनाया जाएगा। यह काम अक्तूबर-नवंबर तक पूरा हो जाएगा। इस दौरान जोशीमठ की एसडीएम कुमकुम जोशी, सीओ धनसिंह तोमर, बदरीनाथ नगर पंचायत के ईओ सुनील पुरोहित, आईएनआई के डिजाइन कंसलटेंट धर्मेश गंगानी, डीपीआईआईटी के राहुल अग्रवाल व ज्योतिका, अधिशासी अभियंता लोनिवि विपुल सैनी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। मास्टर प्लान के कार्यों से पंडा पंचायत के लोग प्रभावित हुए हैं। पीएमओ की टीम में आए अधिकारियों ने प्रभावितों को बदरीनाथ के कपाट खुलने से पहले बीकेटीसी के विश्राम गृहों में आवास आवंटित करने के भी निर्देश दिए। बदरीनाथ धाम से लौटते वक्ता जिलाधिकारी ने हेमकुंड साहिब जाने वाली गोविंदघाट-पुलना सडक़ का निरीक्षण किया। उन्होंने अधीक्षण अभियंता बीन गोविदयाल को सड़क के क्षतिग्रस्त हिस्सों को तुरंत ठीक करने और मजदूरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
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