November 24, 2024

योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही बाधाओं को शीघ्र दूर किया जायेगा: निदेशक

हरिद्वार । ज्लु जीवन मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत गतिमान कार्यों की प्रगति एवं आई०एम०आई०एस० में विसंगतियों को दूर करने हेतु जल जीवन मिशन के मिशन निदेशक श्री नितिन भदौरिया, अपर सचिव पेयजल उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में अटल बिहारी बाजपेयी सभागार में एक बैठक आहूत की गई।

बैठक का मुख्य उद्देश्य आई०एम०आई०एस० पर अपलोडेड विसंगतियों को दूर करना तथा हर घर जल प्रमाणीकरण एवं एफ०एच०टी०सी० की प्रगति की समीक्षा किया जाना था। मिशन निदेशक द्वारा योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही बाधाओं के बारे में जानकारी ली गई तथा इन बाधाओं को दूर करने हेतु शीघ्र आश्वासन भी दिया गया। जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि कई ग्राम में आई०एम०आई०एस० पर शून्य एफ०एच०टी०सी० होने के कारण उनकी स्थिति स्पष्ट करने हेतु शाखाओं से जानकारी प्राप्त की। उक्त ग्रामों के आई०एम०आई०एस० में डुप्लीकेशन होने की वजह से इन्हें हटाया जाना तथा कुछ गांवों के गतिमान योजनाओं अथवा आच्छादित योजनाओं से जोड़े जाने हेतु निर्देशित किया गया। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि गुणवत्ता प्रभावित ग्रामों को सितम्बर, 2023 तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये तथा अन्य योजनायें दिसम्बर, 2023 पूर्ण कर ली जाये और हर घर नल से जल प्रमाणीकरण 26 जनवरी, 2024 पूर्ण कर लिया जाये। वर्तमान में हरिद्वार जनपद के अन्तर्गत 74.98 प्रतिशत एफ०एच०टी०सी० हो चुके है तथा 57 गांवों में 100 प्रतिशत पेयजल तथा एफ०एच०टी०सी० के कार्य पूर्ण किये जा चुके है, जिसमें 13 गांवों में हर घर जल प्रमाणीकरण भी किया जा चुका है और अन्य शेष गांवों में प्रमाणीकरण की कार्यवाही गतिमान है।

बैठक में जल जीवन मिशन कार्यक्रम के मुख्य अभियन्ता श्री वी०के० पाण्डेय, सलाहकार श्री एस०के० शर्मा तथा श्री एम० मुस्तफा अधीक्षण अभियन्ता, निर्माण मण्डल, उत्तराखण्ड पेयजल निगम, हरिद्वार तथा श्री यशबीर मल्ल, अधीक्षण अभियन्ता, उत्तराखण्ड जल संस्थान, हरिद्वार श्री जितेन्द्र सिंह देव, अधीक्षण अभियन्ता, यांत्रिक मण्डल, हरिद्वार, श्री आर0के0 गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता, निर्माण शाखा, उ०पे०निगम, हरिद्वार, पी०आई०यू० रूड़की के अधिशासी अभियन्ता श्री सी०पी०एस० गंगवार तथा श्रीमती चारु अग्रवाल, अधिशासी अभियन्ता, यांत्रिक शाखा, उ०पे०निगम हरिद्वार श्री मदन सैन वर्मा, अधिशासी अभियन्ता, उत्तराखण्ड जल संस्थान, हरिद्वार तथा चारों शाखाओं के सहायक अभियन्ता एवं अपर सहायक अभियन्ता द्वारा बैठक में प्रतिभाग किया गया।

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