November 23, 2024

संयुक्त सचिव डी0 सेंथिल पांडियन की अध्यक्षता में आकांक्षी जनपद कार्यक्रमों के सम्बन्ध में बैठक हुई

हरिद्वार: संयुक्त सचिव भारत सरकार/प्रभारी अधिकारी(नीति आयोग) श्री डी0 सेंथिल पांडियन की अध्यक्षता में बुधवार को विकास भवन रोशनादबाद के सभागार में आकांक्षी जनपद कार्यक्रमों के सम्बन्ध में एक समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
संयुक्त सचिव भारत सरकार/प्रभारी अधिकारी(नीति आयोग) श्री डी0 सेंथिल पांडियन को बैठक मंे जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल एवं मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रतीक जैन ने बताया कि देशभर के 112 आकांक्षी जनपदों में से हरिद्वार को अच्छा कार्य करने के लिये प्रथम अवार्ड प्राप्त हुआ, जिसके लिये हरिद्वार को 10 करोड़ की धनराशि अवार्ड के रूप में प्राप्त हुई, जिसे योजना आयोग ने स्वास्थ्य विभाग के आधारभूत ढांचे को मजबूती प्रदान करने के लिये स्वीकृति प्रदान कर दी है, जिसके लिये संयुक्त सचिव भारत सरकार ने जनपद के अधिकारियों की प्रशंसा की। इस पर संयुक्त सचिव भारत सरकार/प्रभारी अधिकारी(नीति आयोग) ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आधारभूत ढांचे को मजबूती प्रदान करने के लिये निरन्तर कार्य किया जाये तथा जो भी प्रोक्यूरमेंट करना है, उसे समय पर कर लिया जाये।

बैठक में अधिकारियों ने अनीमिया मुक्त हरिद्वार अभियान का जिक्र करते हुये बताया कि अनीमिया को दूर करने के लिये अध्यापकों व आंगनबाड़ी वर्कर्स का पूरा सहयोग लिया जा रहा है। रीड एलॉग ऐप का जिक्र करते हुये अधिकारियों ने बताया कि इसके माध्यम से बच्चों को आसानी से साक्षर किया जा रहा है तथा अभी तक 32 हजार से अधिक यूजर इस ऐप के जनपद में हो गये हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सीएसआर मद से भी शिक्षा, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।
संयुक्त सचिव भारत सरकार/प्रभारी अधिकारी(नीति आयोग) को अधिकारियों ने प्रोजेक्ट ’’मीठी गंगा’’ के सम्बन्ध में बताया कि जिस तरह अमूल दूध के क्षेत्र में कार्य कर रहा है, उसी तरह जनपद हरिद्वार भी शहद उत्पादन के क्षेत्र में ’’मीठी गंगा’’ प्रोजेक्ट के तहत कोआपरेटिव के माध्यम से कार्य कर रहा है, जिसके लिये इरमा का सहयोग लिया जा रहा है। इस पर श्री डी0सेंथिल पांडियन ने इस प्रोजेक्ट की प्रशंसा करते हुये कहा कि इसकी पैकेजिंग, मार्केटिंग काफी अच्छी तरह से करें। यह प्रोजेक्ट काफी अच्छा है तथा इसके लिये बिजनेस मॉडल तैयार करें। प्रोजेक्ट तारा का उल्लेख करते हुये अधिकारियों ने बताया कि इसके तहत 150 आंगनबाड़ी केन्द्रों का पूरा कायाकल्प किया जा रहा है। इस पर संयुक्त सचिव भारत सरकार ने कहा कि जनपद में जितने भी शेष आंगनबाड़ी केन्द्र हैं, उनका भी सीएसआर मद आदि से कायाकल्प करना सुनिश्चित करें तथा योजना आयोग भी इसमें पूरा सहयोग प्रदान करेगा।
बैठक में अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी कि आकांक्षी जनपद के तौर पर जनपद हरिद्वार का विभिन्न देशों के राजदूतों ने भ्रमण किया तथा उन्होंने यहां चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की प्रशंसा की। इसी तरह बंग्लादेश के सिविल सर्विस के अधिकारियों ने जनपद का भ्रमण किया तथा यहां के मॉडल की स्टडी करने के पश्चात वे इसे अपने देश में भी लागू करने पर विचार कर रहे हैं। घाटों का जिक्र करते हुये अधिकारियों ने बताया कि घाटों के रखरखाव के लिये 18 स्वयंसेवी संस्थाओं/आखाड़ों से टाइअप हो चुका है।
कृषि के क्षेत्र का जिक्र करते हुये श्री डी0सेंथिल पांडियन को अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में हरिद्वार को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इसके अलावा मशरूम के क्षेत्र में हार्टिकल्चर को स्कॉच सिल्वर अवार्ड मशरूम के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिये प्राप्त हुआ है। इस पर संयुक्त सचिव ने कहा कि ड्रोन का इस्तेमाल भी कृषि के क्षेत्र में विभिन्न कार्यों के लिये किया जाये। बैठक में अधिकारियों ने यह भी बताया कि पतंजलि के माध्यम से भी मृदा परीक्षण कार्ड किसानों को दिये जा रहे हैं।
स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में स्मार्ट क्लासेज के सम्बन्ध में संयुक्त सचिव भारत सरकार द्वारा जानकारी लेने पर अधिकारियों ने बताया कि लगभग सभी स्कूलों में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था कर दी गयी है।
इस अवसर पर संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की श्री अभिनव शाह, पीडी श्री के0एन0 तिवारी, एएसडीएम रूड़की श्री विजयनाथ शुक्ल, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 मनीष दत्त, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 योगेश शर्मा, एआर कोआपरेटिव श्री पी0एस0 पोखरिया, डीपीआरओ श्री अतुल प्रताप सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी श्री विजय देवराड़ी, मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री के0के0 गुप्ता, सहायक निदेशक डेयरी, डीईएसटीओ श्रीमती नलिनी ध्यानी, सूचना अधिकारी एनआईसी श्री यशपाल, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री अविनाश भदौरिया, समाज कल्याण अधिकारी श्री टी0आर0 मलेठा, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सुलेखा सहगल, अपर सांख्यिकीय अधिकारी श्री सुभाष शाक्य, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान श्री मदन सेन, अधिशासी अभियन्ता पेयजल निगम श्री सी0पी0एस0 गंगवार, अधिशासी अभियन्ता जल निगम श्री राजेश गुप्ता, समस्त बीडीओ सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।

You may have missed