November 28, 2024

परमार्थ निकेतन में आयोजित 34 दिवसीय श्री राम कथा का 27 वां दिन आरोग्य और चिकित्सा सुविधाओं को किया समर्पित


*💐परमार्थ निकेतन द्वारा निर्मल आश्रम, ऋषिकेश, निर्मल आई केयर, रायवाला, गंगा प्रेम हॉस्पिस, राजकीय चिकित्सालय लक्ष्मण झूला, ब्लॉक यम्केश्वर, चिकित्सालय लाल थप्पड़, हिंदुस्तान नेशनल ग्लास एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड आदि संस्थाओं को निःशुल्क प्रदान किये आक्सीजन कान्संटेटर*
✨*स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और संत मुरलीधर जी ने सम्मानित चिकित्सकों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों को रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर उत्तराखंड़ की चिकित्सा सुविधाओं में उनके अद्भुत योगदान की सराहना की*
*💐संत मुरलीधर जी ने नवधा भक्ति का किया अद््भुत उल्लेख*
*✨तीसरी बार संस्कारी सरकार*
*💐भारत, मानवता का सुन्दर मन्दिर*
*💥रामायण को शब्दों ने नहीं कर्मों में जियें*
*👏🏼स्वामी चिदानन्द सरस्वती*

ऋषिकेष, 10 जून। परमार्थ निकेतन में आयोजित 34 दिवसीय श्री राम कथा के 27 वें दिन नवधा भक्ति का अद्भुत प्रसंग सुनाया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी को भारत के यशस्वी, तपस्वी, ऊर्जावान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के तीसरी बार शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया था। स्वामी जी ने इस दिव्य व भव्य शपथ ग्रहण समारोह में सहभाग किया। उन्होंने उस समारोह का अद््भुत अनुभव आज श्री राम कथा में सभी भक्तों के साथ साझा करते हुये कहा कि भारत में तीसरी बार संस्कारी सरकार है। सरकारें तो बहुत आती-जाती हैं परन्तु संस्कारी सरकार वर्तमान समय में भारत के पास है।
स्वामी जी ने कहा कि यह भारत के स्वर्णिम युग के नये अध्याय की शुरूआत है। यह विकसित भारत, समृद्ध भारत, समर्थ भारत, सशक्त भारत की ओर एक और कदम है। भारत के लिये यह समय परमात्मा के द्वारा लिखे गये स्वर्णिम हस्ताक्षर है। यह नये भारत के सृजन की अद्भुत यात्रा है।
स्वामी जी ने कहा कि भक्ति की शक्ति अद्भुत है जिसके कारण प्रभु श्री राम स्वयं शबरी जी के पास जाकर उनका उद्धार किया। जब भक्ति की शक्ति सेवा में बदल जाती है, जब समाज की पीड़ा जीवन की प्रेरणा बना जाती हैं और भक्ति का प्रसाद जीवन में सेवा के रूप में प्राप्त होने लगता है।
कथा व्यास संत मुरलीधर जी ने नवधा भक्ति का अद्भुत प्रसंग सुनाते हुये कहा कि प्रभु श्री राम जी ने शबरी जी को उनके जीवन के अनुरूप नवधा भक्ति सुनायी।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने आज की कथा में उन सभी संस्थाओं और चिकित्सकों को रूद्राक्ष की माला व रूद्राक्ष का दिव्य पौधा देकर सम्मानित किया जिन्होंने कोविड़ के समय सेवा की नई मिसाल कायम की।
स्वामी जी ने कोविड के समय स्वर्गाश्रम क्षेत्र में परमार्थ निकेतन और गीता भवन आश्रम द्वारा दिये योगदान को याद करते हुये कहा कि परमार्थ निकेतन में उŸाराखंड सरकार, राजकीय चिकित्सालय के सहयोग से 100 बिस्तरों के अस्पताल के साथ ही पूरे यमकेश्वर ब्लाक में 100 से अधिक 10 लीटर व पांच लीटर के ऑक्सीजन कांसन्टेटर, इमरजेंसी दवाईयां, एम्बुलेंस और विभिन्न चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध करायी गयी थी। कोविड से समय को याद करते हुये स्वामी जी भारत सरकार, राज्य सरकारें, स्थानीय सहयोग, प्रशासन, चिकित्सक और फंट लाइन वर्कर्स की सराहना करते हुये कहा कि वह समय भयावह तो था परन्तु उस समय आपसी प्रेम, करूणा और ममता के दर्शन दर्शन हुये। अभी बढ़ती गर्मी, वायु प्रदूषण और चार धाम यात्रा को देखते हुये 50 से अधिक ऑक्सीजन कांसन्टेटर उत्कृष्ट सेवा कार्य करने वाली संस्थाओं को निःशुल्क वितरित किये गये।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और संत मुरलीधर जी ने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, ब्लॉक यम्केश्वर डॉ राजीव कुमार जी, चिकित्साधिकारी लाल थप्पड़, डा विशाल प्रताप सिंह जी, कार्यक्रम समन्वयक, गंगा प्रेम हॉस्पिस श्री विक्रम सिंह जी, निर्मल हास्पिटल से श्री उनियाल जी निर्मल आई केयर, डा वसीम खान, हिंदुस्तान नेशनल ग्लास एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड, डा तयाल जी को रूद्राक्ष की माला व पौधा भेंट करते हुये उनकी सेवाओं का अभिनन्दन किया तथा ऑक्सीजन कांसन्टेटर देते हुये कहा कि आने वाले कांवड़ मेला और समय-समय पर लगने वालों मेलों में तीर्थनगरी ऋषिकेश में श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ जाती है ऐसे में बेहतर चिकित्सा सुविधाओं को बनाये रखने की आवश्यकता है।