हरिद्वार। नकलविहीन परीक्षाएं युवाओं के साथ ही देश का भविष्य संवारने में अहम महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यह बात जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने सीसीआर सभागार में उत्तराखण्ड सम्मिलित राज्य सिविल/प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारम्भिक परीक्षा (14 जुलाई को आयोजित होने वाली) की तैयारियों की समीक्षा करते हुए दिये।
जिलाधिकारी ने कहा कि परीक्षा नकलविहीन, पारदर्शिता व निष्पक्षता से सम्पन्न होने पर योग्यतम व्यक्ति चयनित होंगे जोकि प्रदेश एवं देश के विकास में अपने पदानुसार महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि परीक्षा को जनपद में बेदाग सम्पन्न कराया जाये। एसडीएम तथा पुलिस उपाधीक्षक परीक्षा दिवस पर लगातार गश्त करते रहें। उन्होंने पुलिस विभाग को विभिन्न संवेदनशील स्थानों तथा संदिग्ध व्यक्तियों पर पैनी नज़र बनाए रखने के निर्देश दिये।
उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न करवाने के लिए ड्यूटी पर तैनात जोनल तथा सैक्टर मजिस्ट्रेट, अधिकारी व कर्मचारी अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर्तव्यनिष्ठा से करना सुनिश्चित करें। उन्होने स्पष्ठ निर्देश देते हुये कहा कि परीक्षा पारदर्शी तरीके से सफलतापूर्वक सम्पन्न हो, किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि परीक्षा दिवस पर परीक्षा केन्द्रों के आस-पास धारा-144 लागू रहेगी।
उन्होंने कहा कि परीक्षा की ड्यूटी बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है, जिसका निर्वहन बड़ी जिम्मेदारी से करना है। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा निर्धारित समय के अनुरूप ही अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र में प्रवेश होना चाहिए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि परीक्षा केंद्र में पेपर आयोग के दिशा-निर्देशों का शतप्रतिशत अनुपालन करते हुए खोले जाएं। उन्होंने निर्देश दिये कि परीक्षा का आयोजन जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार ही करवाया जाए। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ यह भी सुनिश्चित करें कि किसी भी कर्मचारी के पास मोबाइल न हो। परीक्षा केंद्रों के आसपास कोई फोटो स्टेट की दुकान खुली न रहें। इसके अलावा परीक्षा केंद्रों पर ड््यूटी देने वाले अधिकारी व कर्मचारी अपने साथ आईडी कार्ड जरूर लायें। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर बिजली, पानी, शौचालय जैसी आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हों। बिजली विभाग परीक्षा अवधि के दौरान किसी भी प्रकार से रोस्टिंग न करे, यदि कोई फॉल्ट आता है तो उसे प्राथमिकता से दूर किया जाये।
उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों को मोबाइल फोन तथा ब्लूटूथ डिवाइस, घड़ी या किसी भी अन्य प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक, डिजिटल गैजेट परीक्षा केन्द्र पर लाने की अनुमति नहीं है। परीक्षा केन्द्र के बाहर इस सम्बन्ध में बड़े अक्षरों में नोटिस लगाकर यह स्पष्ट कर दिया जाये कि आयोग के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए पाये जाने पर सम्बन्धित परीक्षार्थियों के विरुद्ध विधिक कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। उन्होंने निर्देश दिये कि परीक्षा कार्य में संलग्न कर्मचारियों तथा अधिकारियों के अतिरिक्त किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति को परीक्षा केन्द्र परिसर में प्रवेश न करने दिया जाये। परीक्षा केन्द्रों पर सुरक्षा हेतु पर्याप्त पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। उन्होंने परीक्षा के सफल संचालन हेतु आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का शतप्रतिशत अनुपालन करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।
बैठक अपर जिलाधिकारी दीपेन्द्र सिंह नेगी, एसडीएम मनीष सिंह ने बताया कि आयोग द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए जनपद में 121 परीक्षा केन्द्र बनाए गए है, जिसमें 46672 अभ्यर्थियों द्वारा परीक्षा दी जायेगी। उन्होंने बताया कि परीक्षा के लिए 16 जोनल मजिस्ट्रेट तथा 59 सैक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किये गये हैं। सुरक्षात्मक दृष्टि से सभी परीक्षा केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस तैनात रहेगी।
बैठक में संयुक्त मजिस्ट्रेट देवेश शाश्नी, अपर जिलाधिकारी दीपेन्द्र सिंह नेगी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.मनीष दत्त, मुख्य कोषाधिकारी रोमिल चौधरी, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता,उप जिलाधिकारी मनीष सिंह, अजयवीर सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, डीपीआरओ अतुल प्रताप सिंह, प्राचार्य डॉ.सुशील उपाध्याय सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
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