May 25, 2025

जिलाधिकारी ने पेयजन आपूर्ति सुचारू रखने हेतु आंवलाघाट-रामगंगा पंपिंग पेयजल योजना का स्थलीय निरीक्षण किया

पिथौरागढ़  पिथौरागढ में पेयजल आपूर्ति की समस्या के दृष्टिगत,जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने आज नगर में पेयजन आपूर्ति सुचारू रखने हेतु आंवलाघाट-रामगंगा पंपिंग पेयजल योजना का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने परियोजना के विभिन्न पहलुओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान, जिलाधिकारी ने पंपिंग स्टेशन की कार्यप्रणाली, जल शोधन संयंत्र की दक्षता, और पाइपलाइन नेटवर्क की स्थिति का बारीकी से मुआयना किया, उन्होंने आंवलाघाट-रामगंगा पंपिंग पेयजल योजना के अंतर्गत पम्प गृह फेस 1 और 2 तथा रामगंगा पर निर्मित तीनों इनफिल्ट्रेशन वेल एवं टैंकों में हो रहे पेयजल स्टोर कार्यों एवं पेयजल आपूर्ति कार्यों की स्थिति के बारे में पेयजल निगम के अधिकारियों से जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि पंप हाउसों में रजिस्टर पंजिका उप टू डेट रखा जाए।

जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान पूछा कि पेयजल पूर्ति करने में कभी कभी क्यों दिक्कत आ रही है इस पर अधीक्षण अभियंता धर्मशक्तू ने बताया कि कभी कभी स्टेबिलाइजेशन के कारण वाटर पंपिंग में दिक्कत हो जाती है, इस पर जिलाधिकारी ने देरी से अवगत कराने हेतु जल निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को सख़्त निर्देश देते हुए कहा कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी और जल्द से जल्द एस्टीमेट तैयार कर स्टेबिलाइजेशन के लिए स्टेबलाइजर पंपिंग स्टेशन में लगवाए जाए और इस प्रॉब्लेम को दूर कर पिथौरागढ़ की जनता को साल भर बिना किसी शिकायत पेयजल पूर्ति की जाए। निरीक्षण के दौरान रामगंगा नदी पर स्थित तीनों टैंकों में से एक टैंक में पेयजल का स्टोर कम पाया, जिस पर पेयजल निगम के अधिकारी ने बताया कि नदी का बहाव दूसरी ओर होने के कारण टैंक में पानी का स्टोर कम हो पा रहा है। इस पर जिलाधिकारी ने पेयजल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये की आंवलाघाट-रामगंगा पम्पिंग पेयजल योजना के समीप रामगंगा नदी को चैनेलाइज किया जाए ताकि नदी का बहाव उचित दिशा में हो सके तथा पंपिंग योजना के टैंकों में पर्याप्त पानी का स्टोर हो सके। जिलाधिकारी ने पेयजल निगम के अधिकारी को नियमित रूप से पेयजल के क्लोरीनेशन के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने आंवलाघाट- रामगंगा पंपिंग पेयजल योजना के बांस व जजुराली के गढ़ियानी स्थित पंप हाउस का भी स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आंवलाघाट- रामगंगा पंपिंग पेयजल योजना के अंतर्गत निर्मित पेयजल टैंकों की सफाई के बारे में भी जानकारी ली। जिस पर पेयजल निगम के अधिकारियों ने बताया कि पेयजल टैंकों की सफाई करवा दी गई है।

पेयजल निगम के अधिकारीयों ने बताया कि आंवलाघाट-रामगंगा पंपिंग पेयजल योजना से नगर पिथौरागढ़ की लगभग 60 प्रतिशत आबादी को पानी की आपूर्ति होती है। नगर की शेष आबादी को अन्य पेयजल योजनाओं से आपूर्ति होती है। उन्होंने बताया कि आंवलाघाट- रामगंगा पंपिंग पेयजल योजना से वर्तमान में नगर पिथौरागढ़ एवं उपनगरीय क्षेत्रों के विभिन्न जलाशयों में 8 एमएलडी जलापूर्ति की जा रही है। जिसमें शहर हेतु 06एमएलडी एवं 02 एमएलडी ग्रामीण क्षेत्रों हेतु जलापूर्ति की जा रही है। बता दें कि एडीबी द्वारा यूयूएसडी से नगर पिथौरागढ़ की पेयजल आपूर्ति के समाधान हेतु डीपीआर तैयार करवायी जा रही है जिसके दृष्टिगत भी जिलाधिकारी द्वारा पेयजल पंपिंग योजना का निरीक्षण किया गया।

वहीं जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत रामगंगा नदी पर निर्माणाधीन इनफिल्ट्रेशन वेल जमतड़ी पेयजल पंपिंग योजना का भी स्थलीय निरीक्षण किया तथा निर्माण कार्य में तेजी लाने के सख्त निर्देश पेयजल निगम के अधिकारियों को दिए।

इसके उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा विभागीय अधिकारियों के साथ ग्राम जमतड़ी पहुंचकर ग्रामीणों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना गया जिस पर स्थानीय लोगों द्वारा अपनी विभिन्न समस्याओं के समाधान किए जाने की मांग जिलाधिकारी के सम्मुख रखी गयी। जिलाधिकारी ने कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी को निर्देश दिए कि वे आगामी 28 मई को ग्राम जमतड़ी में कृषि विभाग का शिविर लगाकर ग्रामीणों को लाभान्वित करना सुनिश्चित करे।

इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी सदर वैभव काण्डपाल को शमशान घाट हेतु रास्ता(खड़ंजा), शेड निर्माण के साथ पेयजल हेतु टैब लगाने के निर्देश भी दिए तथा पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पंपिंग प्लांट परिसर में फलदार पेड़ पौधे लगाने के भी निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिए।

इस दौरान उपजिलाधिकारी सदर वैभव काण्डपाल, अधीक्षण अभियंता पेयजल निगम आर.एस धर्मशत्तू, अधिशासी अभियंता विद्युत नितिन सिंह, सहायक अभियंता लोनिवि दिनेश जोशी, यांत्रिक खण्ड अधिकारी, समेत संबंधित विभागीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।