September 22, 2025

बाइट वेब इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य अंतिम चरण में

बाइट वेब इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य अंतिम चरण में

*** ग्राम प्रधानों ने बढ़ चढ़कर किए, उद्योग- महानिदेशक, उत्तराखंड को जमीन देने के करार पर हस्ताक्षर

हरिद्वार। सिडकुल, हरिद्वार के बाद तहसील रूड़की में प्रस्तावित बाइटवेव इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी के भूमि अधिग्रहण का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है। डण्डेढ़ी के ग्राम प्रधान विकास सैनी, मिर्जापुर मुस्तफाबाद के ग्राम प्रधान मीर आजम, भारापुर भौंरी के ग्राम प्रधान हाक्कम अली, रतनपुरा के पूर्व प्रधान इश्त्याक ने अपनी सैकड़ों बीघा भूमि पर बाइटवेव इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी स्थापित करने की इजाजत दे दी है। इस संबंध में उन्होंने उद्योग महानिदेशक उत्तराखंड को जमीन सौंपने के करार पर हस्ताक्षर कर महाप्रबंधक पंकज शांडिल्य को सौंप दिया है। इतना ही नहीं सभी ग्राम प्रधानों ने एक स्वर में ग्रामीणों की ओर से निवेशकों को गांवों में सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने के साथ सहयोग का आश्वासन भी दिया है। भूमि अधिग्रहण का कार्य पूर्ण होने के उपरांत इंडस्ट्री के निर्माण का कार्य शुरू हो जायेगा।
गौरतलब है कि रूड़की तहसील के अंतर्गत सोलानी और रतमऊ नदी के बीच बाढ़ग्रस्त इलाकों की भूमि का चयन बाइट वेब इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी के निर्माण के लिए किया गया है। 1831 एकड़ में प्रस्तावित मेगा प्रोजेक्ट को लेकर ग्रामीणों में भारी उत्साह है। इस कड़ी में भारापुर भौंरी के ग्राम प्रधान हाक्कम अली ने कहा कि ग्रामीणों के सुनहरे भविष्य का सपना साकार होने जा रहा है।‌ बाढ़ ग्रस्त गांव की जमीन पर इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी का निर्माण होने के उपरांत ग्रामीणों को रोजगार, व्यापार, शिक्षा, चिकित्सा सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का लाभ घर बैठे ही प्राप्त होगा। ऐसे में ग्रामीणों के उज्जवल भविष्य की खातिर उन्होंने बाइट वेब इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी के लिए सैकड़ों बीघा भूमि उद्योग महानिदेशक, उत्तराखंड को देने के करार पर हस्ताक्षर कर दिया है। इस कड़ी में मिर्जापुर मुस्तफाबाद के ग्राम प्रधान मीर आजम ने कहा कि रोजगार के लिए ग्रामीणों को भटकना पर रहा था। बाढ़ ग्रस्त प्रभावित क्षेत्र होने के चलते खेती का भी लाभ नहीं मिल रहा था। इस बंजर भूमि को कोई लेने के लिए तैयार नहीं था। ऐसे में गांव की जमीन पर बाइट वेब इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी का निर्माण होना किसी सपने से कम नहीं है।
डण्डेढ़ी के ग्राम प्रधान विकास सैनी ने कहा शुरू से ही उन्होंने इस योजना को गांव में लाने के लिए कड़ी मेहनत की। ग्रामीणों को काफी समझा-बुझाकर राजी किया। अंत में ग्रामीणों को भी समझना पड़ा कि उनका हित इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी के निर्माण में सुरक्षित है और ग्राम प्रधानों ने सहर्ष अपनी भूमि देकर गांव में इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी के निर्माण का रास्ता तैयार कर लिया है। गांव में योजना लाने के लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने महाप्रबंधक पंकज शांडिल्य का भी आभार जताया है।
बताते चलें कि शनिवार को भारापुर भौंरी के ग्राम प्रधान हाक्कम अली के कार्यालय पर महाप्रबंधक पंकज शांडिल्य के साथ मीटिंग बुलाई गई। मीटिंग के दौरान ग्राम प्रधान हाक्कम अली ने अपनी 50 बीघा जमीन देने के करार पर हस्ताक्षर कर दिया साथ ही और भी जमीन देने का वायदा किया। इस मौके पर महाप्रबंधक पंकज शांडिल्य ने कहा कि ग्राम प्रधान हाक्कम अली की पहल पर ही गांव में बाइटवेव इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी के निर्माण का रास्ता साफ हुआ है। ग्राम प्रधान हाक्कम अली ने भरोसा दिलाया है कि गांव में निवेशकों के लिए सुरक्षित माहौल मिलेगा। पंकज शांडिल्य ने कहा सुरक्षित माहौल के अभाव में खानपुर, लंढ़ोरा, लक्सर में निवेशकों ने रूचि नहीं ली। लिहाजा आज भी कार्य अधूरा पड़ा है। लेकिन वें ग्रामीणों को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि ग्रामीणों के सहयोग से जल्द ही योजना को पूर्ण कर लिया जाएगा। 1831 एकड़ जमीन पर बाइट वेब इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी स्थापित होने के उपरांत गांव एवं ग्रामीणों की दशा और दिशा बदल जायेगी।