October 14, 2025

जिलाधिकारी द्वारा अन्तरष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में 5 बेटियों को बनाया गया एक दिन के लिए प्रशासनिक अधिकारी

बेटियों ने प्रशासनिक अधिकारी बन जाने प्रशासन के गुर।

जिलाधिकारी द्वारा अन्तरष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में 5 बेटियों को बनाया गया एक दिन के लिए प्रशासनिक अधिकारी

बेटियों ने सुनी फरियादियों की फरियाद।

हरिद्वार। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की पहल पर अन्तरष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत पांच बालिकाओं ने जिलाधिकारी के साथ सोमवार को एक दिन के लिए प्रशासनिक अधिकारी की भूमिका निभाई और इस अनुभव के माध्यम से उन्होंने प्रशासनिक कार्यों, जिम्मेदारियों एवं जनसेवा के विभिन्न तरीकों को सीखा।
प्रशासनिक अधिकारी हेतु एक दिन के चयनित बालिकाओं ने सोमवार को जिला कार्यालय पहुॅचकर जनसुनाई में पहुॅचे फरियादियों की फरियाद सुनते हुए सरल समस्याओं के समाधान हेतु महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को स्वयं दिये, जबकि कुछ जटिल समस्याओं पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से विचार-विमर्श करते हुए समस्या समाधान की दिशा में कार्य किया गया। जनसुनवाई की शुरूआत में जिलाधिकारी ने बेटियों को जनसुनवाई सहित जिला कार्यालय से संचालित होने वाले कार्यों से अवगत कराया।

*धामी सरकार – चली गरीब के द्वार*
आज दिनांक 13 अक्टूबर 2025 को देशराज कर्णवाल उपाध्यक्ष, समाज कल्याण योजनाएं अनुश्रवण समिति, उत्तराखंड सरकार राज्य मंत्री स्तर के नेतृत्व में “बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर समाज कल्याण बहुउद्देशीय शिविर” का ब्लॉक नारसन के 3 गांवो में शिविर का आयोजन किया गया। जिसमे शिविर के दौरान कुल 65 शिकायत इस प्रकार प्राप्त हुई है –
1. ठसका – 28
2. उदलहेड़ी – 12
3. कुमराडा – 25

शिविर का उद्देश्य ग्रामीणों की जनसमस्याओं को सुनकर उनका त्वरित समाधान करना तथा समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाना था। शिविर में क्षेत्रीय नागरिकों ने सैकड़ो सैकड़ो की संख्या में बढ़-चढ़कर भाग लिया और उत्साहपूर्वक अपनी समस्याएं संबंधित अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत कीं।

इनमें कई समस्या एक जैसी थी समस्याओं का समाधान शिविर स्थल पर ही संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा किया गया, जबकि कुछ जिला स्तर की समस्याएं थीं जिन्हें समाधान हेतु जिलाधिकारी महोदय को प्रेषित किया जाएगा।

इस अवसर पर देशराज कर्णवाल ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की मंशा है कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे। इसके लिए विभाग द्वारा समय-समय पर इस प्रकार के बहुउद्देशीय शिविर आयोजित किए जाते रहेंगे।

शिविर में सभी संबंधित रेखीय विभागों के अधिकारीगण व कर्मचारीगण, ग्राम प्रधान, पंचायत सदस्यगण एवं सैकड़ो की संख्या में क्षेत्रीय गणमान्य नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति रही।


इसके पश्चात एक दिन के लिए प्रशासनिक अधिकारी बनी बालिकाओं ने जिलाधिकारी के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जिलाधिकारी के साथ बैठकर समस्याएं सुनना एवं उनका निस्तारण करना जिन्दगी के अदभुत लम्हों में से एक है। बालिकाओं ने कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में आज के अनुभवों को साझा करेंगी और बालिका शिक्षा तथा लैंगिक समानता के लिए लोगों को प्रेरित करेंगी।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि सरकारी विद्यालयों की बालिकाओं में आत्मविश्वास बढ़ाने, प्रशासनिक व्यवस्था के बारे में जागरूक करने, बालिकाओं के शिक्षा और कैरियर के प्रति जागरूक करने, बालिकाओं के संर्वागीण विकास के उद्देश्य से किया गया है। उन्होंने बताया कि जनपद में इस कार्य को रिलैक्सो कम्पनी के सहयोग से संचालित किया गया।
इन्हें बनाया गया एक दिन के लिए प्रशासनिक अधिकारी

शीतल पुत्री श्री तेलूराम, कक्षा 08, जेनरल शाहनवाज राजकीय उच्चतम विद्यालय ऐथल। तनीषा पुत्री श्री शमीम कक्षा 08,राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बुक्कनपुर ,लक्सर। ईशा गोयल पुत्री श्री प्रवेश गोयल कक्षा 11, नेशनल कन्या इंटर कॉलेज खानपुर। तमन्ना पुत्री श्री परविन्दर कुमार कक्षा 09 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय अकबरपुर उर्द। अंशिका पुत्री श्री संदीप कुमार, कक्षा 12 अटल उत्कर्ष राजकीय इंटर कॉलेज, मुण्डाखेडा कलां।