November 20, 2025

आने वाली पीढ़ियों के लिए सनातन संस्कृति का जीवंत केंद्र होगा विश्व सनातन महापीठ-रामविशाल दास

आने वाली पीढ़ियों के लिए सनातन संस्कृति का जीवंत केंद्र होगा विश्व सनातन महापीठ-रामविशाल दास

हरिद्वार। तीर्थ सेवा न्यास के तत्वावधान में विश्व सनातन महापीठ की स्थापना की घोषणा एवं शिला पूजन समारोह 21 नवम्बर को आयोजित किया जाएगा। न्यास के संरक्षक एवं परमाध्यक्ष बाबा हठयोगी तथा अध्यक्ष तीर्थाचार्य रामविशाल दास महाराज ने पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि विश्व सनातन महापीठ का निर्माण 100 एकड़ भूमि पर लगभग 1000 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। यह प्रकल्प विश्व-स्तरीय आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं शैक्षिक केंद्र के रूप में विकसित होगा। इसमें सनातन संसद भवन, चारों शंकराचार्य पीठों के प्रेरणा-परिसर, तेरह अखाड़ों के उद्देश्य-परिसर, वेद मंदिर एवं वेद स्वाध्याय केन्द्र, आवासीय गुरुकुल, 108 संत आवास, 1008 भक्त आवास, 108 प्रमुख तीर्थों के दर्शन हेतु परिक्रमा पथ, सनातन टाइम म्यूजियम, ऑडिटोरियम, स्वरोजगार एवं शस्त्र प्रशिक्षण केंद्र, देशी गौसंरक्षण केंद्र, धर्म सभा हॉल का निर्माण किया जाएगा।

रामविशाल दास महाराज ने बताया कि इन सभी प्रकल्पों का उद्देश्य सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण, संरक्षण, अध्यात्म, शिक्षा, राष्ट्रनिर्माण और वैदिक परंपरा को वैश्विक स्तर पर स्थापित करना है। रामविशाल दास महाराज ने बताया कि उद्घोषणा एवं शिला-पूजन समारोह में देश और विदेश के प्रतिष्ठित संत, कथावाचक, उद्योगपति, जनप्रतिनिधि तथा विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। जिनमें कथावाचक डा.अनिरुद्धाचार्य, देवकीनंदन ठाकुर, स्वामी ब्रह्मेशानन्द, संजय आर्य शास्त्री, स्वामी दिनेश्वरानंद, राज राजेश्वर गुरुजी, करौली शंकर महादेव, पाण्डोखर सरकार, अविचल दास के अलावा काशी, वृंदावन, अयोध्या, पंजाब, हरिद्वार सहित देशभर से हजारों संत-महापुरुष शामिल हैं। रामविशाल दास महाराज ने कहा कि महापीठ की स्थापना से संपूर्ण विश्व में सनातन धर्म के पुनर्जागरण, समन्वय, आध्यात्मिक नेतृत्व तथा वैश्विक सांस्कृतिक एकता का मार्ग प्रशस्त होगा। विश्व सनातन महापीठ आने वाली पीढ़ियों के लिए सनातन संस्कृति का जीवंत केंद्र होगा। पत्रकारवार्ता में डा.गौतम खट्टर, शिशिर चौधरी, अमरीश त्यागी, शुभम मलिक, अमित त्यागी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।