September 8, 2024

आपदा प्रबन्धन प्रशिक्षण कार्याक्रम में दी गयी 130 होमगार्ड जवानों को आपदा सम्बन्धी जानकारी

हरिद्वार । आपदा प्रबन्धन के तहत कलेक्ट्रेट सभागर रोशनाबाद में 02 दिसवीस प्रशिक्षण कार्याक्रम का आयोजन किया गया।

प्रशिक्षण में श्रीमती मीरा रावत, आपदा प्रबन्धन अधिकारी द्वारा सर्वप्रथम समस्त प्रतिभागियों को जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की ओर से स्वागत किया गया एवं प्रशिक्षण में उपस्थित समस्त प्रतिभागियों ने अपना परिचय एवं कार्यक्षेत्र के विषय में अवगत कराया ।

श्रीमती मीरा रावत, आपदा प्रबन्धन अधिकारी द्वारा प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने वाले कुल 130 होमगार्ड जवानों को आपदा सम्बन्धी विभिन्न विषयों पर जानकारी प्रदान की गयी। प्रशिक्षण में श्री राकेश जायसवाल, समन्वयक, आपदा प्रबन्धन केन्द्र, देव संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा बतौर मास्टर ट्रेनर प्रतिभाग किया गया। उनके द्वारा पी0आर0डी0 जवानों को आपदा क्या है ? आपदा प्रबन्धन के चरण क्या है ? उत्तराखण्ड की भौगोलिक स्थिति के आधार पर आपदाए कितने प्रकार की होती है ? उनसे बचाव के लिए तैयारी कैसे करनी चाहिए ? पी0आर0डी0 जवानों को अपने क्षेत्र में अपनी डृयूटी के साथ-साथ जन जागरुकता कैसे फैलाये आदि विभिन्न विषयों पर गहराई से प्रशिक्षण व आपदा प्रबन्धन के गुर सिखाये गये। इसके अतिरिक्त श्री राकेश जायसवाल, द्वारा भूकम्प रोधी भवनों के लिए सावधानी अपनाने तथा बाढ़, भूकम्प आदि से बचाव तथा आपदा प्रबन्धन टीम को कैसे गठित करें आदि विषयों पर विस्तार से जानकारी प्रदान की गयी।श्री अनिल सैनी, (ई.एच.एस. केयर मिशन सोसायटी) द्वारा फस्ट ऐड फस्ट रिस्पोडर के बारे में जानकारी दी गयी तथा इसके अतिरक्त ह्दयघात आने पर, चोट लगने पर, एक्सीडेन्ट होने पर किसी भी आपदा के दौरान किस प्रकार व्यक्ति के जीवन को बचाया जा सकता हैं। किसी भी दुर्घटना की स्थिति में पीडित को किस प्रकार अस्पताल तक पहुचाना तथा क्या फस्ट ऐड कैसे दिया जाना है का प्रशिक्षण प्रदान किया गया तथा उनके द्वारा आपदा के दौरान या किसी भी घटना के समय लोगो की जान बचाने हेतु होमगार्ड जवानों को उत्साहित किया गया।

इसी क्रम में श्रीमती रश्मि पन्त, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी, हरिद्वार तथा श्री विजेन्द्र नेगी, प्रोजेक्ट ट्रेनर, सुश्री सरोज रावत, द्वारा भी रोड सुरक्षा के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए तथा उससे बचाव के उपाय आदि के बारे में जानकारी प्रदान की गयी। उनके द्वारा बताया गया कि रोड सुरक्षा के दृष्टिगत 06 नियमों पालन करना अनिवार्य है, रेड लाईट जम्प, आॅवर लोडिंग, वाहन चलाते हुए मोबाईल का प्रयोग न करना, गति नियत्रण, अत्याधिक भार वाहन का प्रयोग, नशे के दौरान वाहन का प्रयोग करना अन्यथा की स्थिति में आपका लाईसेन्स कम से कम 03 माह, 06 माह या उससे अधिक समय के लिए जब्त किया जा सकता हैं, आदि नियमों के बारे में जानकारी प्रदान की गयी।

प्रशिक्षण में बतौर मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी, हरिद्वार श्री प्रतीक जैन तथा मुख्य अग्निशमन अधिकारी श्री नरेन्द्र सिंह कुंवर, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री आशीष वर्मा द्वारा प्रतिभाग किया गया ।

 

मुख्य विकास अधिकारी ने प्रतिभागियों से प्रशिक्षण के माध्यम से प्राप्त जानकारी के सम्बन्ध जानकारी ली गयी । उन्होंने प्रतिभागियों से सी0पी0आर0, ह्दयघात आने पर व्यक्ति की किस प्रकार से जान बचायी जाय, के बारे में प्रतिभागियों से जानकारी प्राप्त की गयी, प्रतिभागियों द्वारा इसका प्रयोगात्मक प्रदर्शन करके जानकारी दी गयी । इसके अतिरिक्त उन्होंने गले के चोक होने पर व्यक्ति की जान बचाये जाने के बारे में जानकारी भी चाही गयी l प्रतिभागियों द्वारा इसके बारे में मुख्य अतिथि को जानकारी देते हुए प्रशिक्षण को काफी लाभदायक बताया गया ।

अन्त में श्रीमती मीरा रावत, आपदा प्रबन्धन अधिकारी ने आयोजित प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने वाले समस्त प्रतिभागियों से प्रशिक्षण के समबन्ध में फीड बैक लिखित प्राप्त तथा भविष्य में आयोजित होने वाले प्रशिक्षणों को बैहतर बनाये जाने हेतु उनके सुझाव आदि प्राप्त किये गये तथा उनके आहवान पर जो स्वयेसवक भविष्य में आपदा प्रबन्धन प्राथमिक सहायता को प्राशिक्षण प्राप्त करना चाहते है, अपना नाम स्वेच्छा से विभाग के माध्यम से आपदा प्रबन्धन को उपलब्ध करा सकते है एवं सभी प्रशिक्षण टीम व प्रतिभागियो को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रशिक्षण का समापन किया गया।