तुम पुष्पक पर सवाल करते थे
लो आज चंद्रयान चांद पर भिजवा दिया ।
भारत की यह काबिले दास्तान हैं
तुम सुन न सके, अब कर के दिखा दिया ।।
गर्व हमे है अपने वीरों और शुरवीरो पर
आज विज्ञानिको ने भी परचम लहरा दिया ।
विश्वास नहीं था तुमको इतिहास पर
आज चांद पर चंद्रयान पहुंचा दिया ।।
अभी तो यह विजय गाथा शुरू हुई है
हर हिंदुस्तानी के जागने का समय आ गया ।
अभी तो आजादी के 75 वर्ष का अमृत काल मना है
शताब्दी तक, संसार का नेतृत्व भारत करेगा,
इसका डंका गली गली में बजा दिया ।।
छोड़ो यह मेरा तेरा ,
छोड़ो यह बेकार की बाते
सब कुछ देश के नाम आज कर दिया ।
विश्व गुरु बनाना है हमको,
इसलिए, नाम के आगे हिंदुस्तानी आज हम सभी ने लिखवा दिया ।
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