हरिद्वार। जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता मंे शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक आयोजित हुई।
बैठक में सदस्य संयोजक जिला गंगा संरक्षण समिति श्री नीरज कुमार ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से गंगा संरक्षण के लिये उठाये गये कदमों आदि के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी।
जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल ने बैठक में कस्सावान नाले के सम्बन्ध में जानकारी ली तो चर्चा के दौरान यह तथ्य सामने आया कि अभी भी नाले में आपत्तिजनक सामग्री डालने की स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं आया है, जो सन्तोषजनक नहीं है। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट करते हुये कहा कि इसे गंभीरता से लिया जाये तथा प्रत्येक दशा में महीने में दो बार इस उद्देश्य के लिये बनाई गयी कमेटी नाले का निरीक्षण अवश्य करे। सम्बन्धित नालों में कैमरे लगाये जाने तथा उनकी लॉगिंग आईडी व पासवर्ड के सम्बन्ध में बैठक में प्रकरण सामने आया तो नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि इस सम्बन्ध में सम्बन्धित फर्म को पत्र प्रेषित किया गया है। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि इस सम्बन्ध में त्वरित कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
बैठक में नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत जनपद हरिद्वार में पांच लाख पौंधे रोपित किये जाने के सम्बन्ध में आपदा प्रबन्धन अधिकारी ने बताया कि इसके लिये 28 गांवों को चिह्नित कर लिया गया है, जिनमें पांच हजार पौंधों को रोपित किया जायेगा। हरिद्वार स्थित विभिन्न घाटों एवं नालों पर हुये अतिक्रमण हटाये जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा पूछे जाने पर अधिकारियों ने बताया कि समय-समय पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जहां पर भी अतिक्रमण पाया जाता है, उसको तुरन्त हटाना सुनिश्चित करें।
फ्लड प्लेन चिह्नीकरण एवं रिवर बैड अतिक्रमण के सम्बन्ध में बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जानकारी लेने पर अधिकारियों ने विस्तार से इस सम्बन्ध में वस्तुस्थिति से अवगत कराया। इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे इस सम्बन्ध में लिखित रिपोर्ट प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। गंगा नदी , नहर, नालों, पुलों पर से यात्रियों एवं स्थानीय निवासियों द्वारा फूल आदि सामग्री न डालने के सम्बन्ध में नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि जगह-जगह बोर्ड लगाये गये हैं तथा पुलों आदि में जाली लगाये जाने के सम्बन्ध में कार्रवाई लोक निर्माण तथा सिंचाई विभाग द्वारा की जानी है। मूर्तियों को गंगा आदि में विसर्जन करने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा जानकारी लेने पर अधिकारियों ने बताया कि मूर्ति विसर्जन हेतु नगर निगम द्वारा पूर्व में स्थान चयनित किये गये हैं तथा इन स्थानों में बोर्ड भी लगाये गये हैं। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि आगामी तीज त्योहारों को देखते हुये ये सारी व्यवस्थायें यथाशीघ्र चुस्त-दुरूस्त करना सुनिश्चित करें।
बैठक में श्री रामेश्वर गौड़ सदस्य जिला गंगा संरक्षण समिति द्वारा गंगा की स्वच्छता तथा गंगा घाटों में रख-रखाव के सम्बन्ध में उठाये गये विभिन्न बिन्दुओं के सम्बन्ध में भी चर्चा हुई। जिस पर अधिकारियों ने बताया कि इनमें से कई का निस्तारण हो गया है। इस पर जिलाधिकारी ने चिह्नित दो नालों के सम्बन्ध में संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
बैठक में जिला संरक्षण समिति द्वारा वर्ष 2023-24 में आयोजित होने वाले विभिन्न सूचना, शिक्षा, एवं संचार गतिविधियों के सम्बन्ध में भी जानकारी दी गयी।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) श्री दीपेन्द्र सिंह नेगी, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई सुश्री मंजू, अधिशासी अभियन्ता जल निगम सुश्री मीनाक्षी मित्तल, आपदा प्रबन्धन अधिकारी सुश्री मीरा रावत, सहसंयोजक गंगा विचार मंच नमामि गंगे श्री शिखर पालिवाल, प्रतिनिधि हिन्दुस्तान टाइम्स श्री रामेश्वर गौड़, अध्यक्ष स्वामी विवेकानन्द जनहित ट्रस्ट श्री हिमांशु सरीन, श्री सत्यदेव आर्य सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
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