पिथौरागढ़। मनगढ के छह मकान पूर्ण रूप से मलवे मे तब्दील, डीएम ने मौक़े पर पहुंच कर तत्कालीन राहत के तौर पर प्रभावित प्रत्येक परिवार को एक लाख तीस हजार का चैक, एवं अहेतुक राशि के रूप में पांच-पांच हजार रुपए प्रदान किये गये साथ ही दो गौशाला प्रभावितों को तीन-तीन हजार रुपए प्रदान किए गए।
बेरीनाग (पिथौरागढ़) बेरीनाग विकास खण्ड के मनगढ मे कल से लगातार हो रही बारिश के चलते पीपली मे खडिया खनन से बनी झील के टूटने से आये सैलाब के कारण उसकी तलहटी मे स्थित ग्राम मनगढ के छह मकान पूर्ण रूप से मलवे मे तब्दील हो गये तथा आठ मकान खतरे की जद मे आ गये है।
इसकी जानकारी मिलते ही जिलाअधिकारी विनोद गोस्वामी एवं पुलिस अधिक्षक रेखा यादव मौके पर पहुचकर स्थिति का मुआयना कर प्रभावितो को राहत के तौर पर जीआईसी चामाचौड मे रहने की व्यवस्था की गयी। उनके पशुओ की भी रहने की व्यवस्था की गयी।तथा तत्कालीन राहत के तौर पर प्रभावित प्रत्येक परिवार को एक लाख तीस हजार का चैक प्रदान किया गया,तथा साथ ही स्थानीय प्रशासन को खतरे की जद मे आये परिवारो को जाच के बाद अनके पुर्न विस्थापन किये जाने व प्रभावित परिवारों की हर संभव सहायता करने के मौके उन जिला अधिकारी को निर्देश दिए।
इस दौरान मनगढ के ग्रामीणो व महिलाओ ने जिलाधिकारी से वार्ता कर ज्ञापन सौपा,ग्रामीणो ने कहा कि खनन कार्य कर रहे लोगो ने सुरक्षा के इन्तजाम नही किये और आज उसके चलते ही घरबार बर्बाद हो गये है गनीमत यह रही कि घटना उजाले मे होने के कारण लोगो को पता चल गया और ग्रामीणो की जान बच गयी।उन्होने कहा कि इस घटना के लिये जिम्मेदार लोगो के खिलाफ कार्रवाही कर खान को बंद करने की मांग की।जिला अधिकारी ने मौके पर ही उपजिलाधिकारी बेरीनाग व खनन अधिकारी पिथौरागढ व भूगर्भ विभाग के अधिकारियो को तत्काल खनन क्षेत्र की जाँच कर आवश्यक कार्रवाही करने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी यशवीर सिंह के अलावा संबंधित विभागों के अधिकारी एवं प्रभावित परिवारो की महिलाए एवं पुरुष मौजूद रहे।
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