November 25, 2024

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार बुक्सा आबादी के 2838 व्यक्ति लाभांवित होंगे

हरिद्वार । जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान के अन्तर्गत जनपद हरिद्वार से 4 ग्रामों- ग्रमा पंचायत लालढ़ांग के ग्राम लालढ़ांग, रसूलपूर मीठीबेरी के ग्राम रसूलपुर मीठीबेरी, समसपुर कटेवड के ग्राम जसपुर चमरिया तथा गैण्डीखाता के ग्राम गैण्डीखाता का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्श 2011 की जनगणना के अनुसार बुक्सा आबादी के 2838 व्यक्ति लाभांवित होंगे।

उन्होंने के उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा स्वीकृत की गई प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान के द्वारा देश के 549 जनपदों के 2740 विकास खण्डों के 63 हजार से अध्कि जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में निवासरत 5 करोड़ से ज्यादा जनजातीय जनों को लाभांवित किया जायेगा। मिशन के तहत 17 विभागों के 25 इन्टरवेंशन के माध्यम से कमजोर जनजातीय समूहों का विकास किया जायेगा।

अभियान के तहत अगले पाचं वर्शों में जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में आधारभूत ढ़ांचे का विस्तार, वित्तीय सशक्तिकरण, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वस्थ जीवन शैली आदि को बढ़ावा दिया जाये।

[21/09, 7:11 pm] Jila Suchan Adhikari Haridwar: प्रेस विज्ञप्ति

 

नारसन/रूड़की 21 सितम्बर, 2024ः मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने नारसन ब्लॉक के अन्तर्गत ग्राम पंचायत थिथोला तथा सकौती ग्राम पहुॅचकर विभिन्न स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित किये जा रहे उत्पादो तथा क्रिया-कलापों की जानकारी ली। सीडीओ ने थिथोला ग्राम में हैण्डलूम का कार्य करने वाले राजकुमार स्वयं सहायता समूह, कल्याणी स्वयं सहायता समूह और धानी स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री का बारीकी से अवलोकन करते हुए महत्वपूर्ण सुझाव दिये। उन्होंने समूहों को विभिन्न प्रकार के दिये जाने वाल फण्ड्स की जानकारी लेते हुए निर्देश दिये कि ग्राम में स्वयं सहायता समूहों को प्रमोट किया जाये तथा एन समूहों का गठन किया जाये ताकि ग्राम संगठन का गठन करते हुए नियमानुसार सीआईएफ की धनराशि प्राप्त हो सके। ब्लॉक मिशन प्रबन्धक को निर्देश दिये कि न्याय पंचायत के अन्तर्गत सीएफएल गठन हेतु प्राथमिकता से कार्य करना सुनिश्चित करें ताकि रीप के माध्यम से समूहों के विस्तार हेतु आवश्यक सहयोग प्राप्त हो सके। उन्होंने ग्राम सकौती पहुॅचकर संसार स्वयं सहायता समूह द्वारा उत्पादित टैराकॉटा उत्पादों को देखा और उत्पादों की भूरी-भूरी प्रशंसा की गई।

मुख्य विकास अधिकारी ने स्वयं सहायता समूहों को मार्गदर्शित करते हुए कहा कि बाजार डिमाण्ड के अनुसार उत्पादन करें ताकि सरलता व सुगमता से बाजार उपलब्ध हो सके। उन्होंने ब्लॉक मिशन प्रबन्धक को निर्देश दिये कि उत्पादों की बिक्री हेतु सम्भावित स्थानों तक उत्पादों को पहुॅचाया जाये। समूहों द्वारा उत्पादित उत्पादों को डिस्प्ले में रखने के लिए मॉल, होटल्स आदि से सम्पर्क किया जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी स्वंय सहायता समूहों को हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाये ताकि स्वंय सहायता समूहों के किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

निरीक्षण के दौरान सहायक परियोजना निदेशक एवं जिला मिशन प्रबन्धक नलिनीत घ्ल्डियाल, सहायक खण्ड विकास अधिकारी सुभाश सैनी, ब्लॉक मिशन प्रबन्धक प्रशान्त आदि उपस्थित थे।