January 25, 2025

ग्रामोत्थान परियोजना के डीपीएम द्वारा बहादराबाद, लक्सर और खानपुर विकासखंडों में कार्यों की प्रगति का निरीक्षण एवं समीक्षा

हरिद्वार।मुख्य विकास अधिकारी महोदया के निर्देशानुसार, जिला परियोजना प्रबंधक, ग्रामोत्थान परियोजना द्वारा आज बहादराबाद, लक्सर, और खानपुर विकासखंडों का दौरा किया गया। इस दौरे का उद्देश्य परियोजना से संबंधित कार्यों की प्रगति का निरीक्षण, लंबित कार्यों का विश्लेषण, और आवश्यक दिशानिर्देश प्रदान करना था।

बहादराबाद विकासखंड में स्वागत सीएलएफ का औचक निरीक्षण:-

जिला परियोजना प्रबंधक ने सबसे पहले बहादराबाद विकासखंड के स्वागत सीएलएफ कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सीएलएफ स्टाफ की उपस्थिति और उनके कार्यों की स्थिति का गहन अवलोकन किया गया। सीएलएफ द्वारा संचालित गतिविधियों की समीक्षा करते हुए, जिला परियोजना प्रबंधक ने उनके प्रयासों की सराहना की और उनकी दक्षता बढ़ाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी प्रदान किए।

लक्सर विकासखण्ड में जुट (फाइबर और फैब्रिक) बेस्ड उत्पाद आधारित जुट बैंक बनाने पर सीएलएफ के संग विचार विमर्श :-

जिला परियोजना प्रबंधक ने लक्सर विकासखंड के एनआरएलएम कार्यालय में ब्लॉक मिशन मैनेजर (बीएमएम) और बीओडी मेंबर्स के साथ बैठक की। बैठक में बीओडी मेंबर्स को जुट (फाइबर और फैब्रिक) बेस्ड उत्पाद के व्यवसाय के बारे में विस्तार के जानकारी दी गई, कि सीएलएफ को किस प्रकार से प्रॉफिट मिलेगा ।

बैठक के दौरान, बीएमएम ने जुट (फाइबर और फैब्रिक) आधारित उत्पादों से संबंधित फाइल प्रस्तुत की। जिला परियोजना प्रबंधक ने फाइल का गहराई से अध्ययन किया और उत्पाद विकास, वितरण और विपणन की प्रगति पर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।

इसके अतिरिक्त, लक्सर विकासखंड परिसर में जुट उत्पाद के लिए बनाए जा रहे स्टोर रूम का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि कार्यालय परिसर के पीछे की खाली जमीन का उपयोग कलेक्शन सेंटर बनाने के लिए किया जा सकता है। इस संदर्भ में, जिला परियोजना प्रबंधक ने बीएमएम और सीएलएफ की अध्यक्षा को निर्देश दिया कि समस्त कार्यवाही नियमानुसार सुनिश्चित की जाए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कलेक्शन सेंटर के निर्माण से उत्पाद प्रबंधन और विपणन में सुधार होगा।

खानपुर विकासखंड में सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट का निरीक्षण:-

इसके पश्चात, जिला परियोजना प्रबंधक ने खानपुर विकासखंड में स्थित सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान, यूनिट में चल रहे कार्यों और लंबित लक्ष्यों की प्रगति का मूल्यांकन किया गया। श्री अनुज ठेकेदार को पेंडिंग कार्यों को शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिए गए।

लंबित कार्यों की समीक्षा और समाधान:-

जिला परियोजना प्रबंधक ने खंड विकास अधिकारी, खानपुर के साथ ग्रामोत्थान परियोजना के तहत विकासखंड स्तर पर चल रहे और लंबित कार्यों की समीक्षा की। इस समीक्षा के तहत ग्रामोत्थान परियोजना और सीएलएफ के स्टाफ के साथ एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में लंबित कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्रता से पूरा करने के लिए विभिन्न रणनीतियों पर चर्चा की गई।

दिशा-निर्देश और प्राथमिकताएँ:-

इस दौरान, जिला परियोजना प्रबंधक ने निम्नलिखित बिंदुओं पर जोर दिया:

1. सीएलएफ की कार्य क्षमता बढ़ाना:

सीएलएफ स्टाफ को कार्यों में अधिक पारदर्शिता और दक्षता लाने के निर्देश दिए गए।

2. लक्सर में जुट (फाइबर और फैब्रिक) आधारित उत्पाद की प्रगति:

कलेक्शन सेंटर के निर्माण, उत्पाद गुणवत्ता में सुधार और विपणन के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए।

3. सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट की प्राथमिकता:

खानपुर में सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट के लंबित कार्यों को तय समय सीमा के भीतर पूरा करने पर जोर दिया गया।

4. अवरोधों का निवारण:

परियोजना से जुड़े हर अवरोध को समयबद्ध तरीके से हल करने और संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए गए।

जिला परियोजना प्रबंधक का यह दौरा ग्रामोत्थान परियोजना के विभिन्न पहलुओं की प्रगति को सुनिश्चित करने और उनमें सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण था। निरीक्षण के दौरान दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए परियोजना की गति और गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार होगा। इस दौरे ने परियोजना से जुड़े कर्मचारियों को प्रेरित किया और क्षेत्रीय विकास के लक्ष्यों को सुदृढ़ करने में सहयोग प्रदान किया ।