पिथौरागढ़। मा० सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री भारत सरकार अजय टम्टा की अध्यक्षता में आज विकास भवन में भारत सरकार की महत्वाकांक्षी रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) की प्रगति व ऊर्जा क्षेत्र में सुधार और विद्युत वितरण प्रणालियों की विभिन्न स्तरों से वित्तीय स्थिरता, गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
इस बैठक में यू.पी.सी.एल तथा एन.एच.पी.सी धौलीगंगा पावर स्टेशन के अधिकारियों ने भाग लिया ।
समीक्षा के दौरान, योजना के तहत अब तक हुई प्रगति पर विस्तृत चर्चा की गई, जिसमें स्मार्ट मीटरों की स्थापना, वितरण बुनियादी ढांचे का उन्नयन और तकनीकी एवं वाणिज्यिक नुकसान को कम करने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर विशेष ध्यान दिया गया। बैठक में स्मार्ट मीटरिंग कार्यक्रम की प्रगति व उपभोक्ताओं को सटीक बिलिंग और ऊर्जा खपत की निगरानी में सक्षमता के साथ ही, वितरण नेटवर्क को मजबूत करने और बिजली की गुणवत्ता में सुधार के लिए किए जा रहे बुनियादी ढांचा विकास कार्यों की भी समीक्षा की गई।
संबंधित अधिकारियों ने मा० राज्य मंत्री को RDSS योजना के तहत भौतिक प्रगति और वित्तीय प्रगति तथा लाइन हानियों में कमी के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विद्युत वितरण क्षेत्र की वित्तीय स्थिरता, नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाने, और वितरण की कार्यक्षमता में सुधार पर चर्चा की। इस बैठक में स्मार्ट मीटरिंग और वितरण अवसंरचना के आधुनिकीकरण पर भी जोर दिया गया ।
मा० राज्य मंत्री ने जिले में RDSS योजना की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को पर्याप्त विद्युत कनेक्शन प्रदान करने, स्मार्ट मीटरिंग तेज करने, और घरेलू व अन्य बिजली लाइनों के पृथक्करण जैसे कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए ।
उन्होंने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य RDSS योजना के तहत वितरण क्षेत्र में सुधार करना, उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण और विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना, और वितरण कंपनियों की वित्तीय स्थिति को मजबूत करना है।
बैठक में जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी, अपर जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह, ग्रुप महाप्रबंधक एनएचपीसी धौलीगंगा पावर स्टेशन एम. कन्नन, अधीक्षण अभियंता यूपीसीएल देवेंद्र सिंह बिष्ट मौजूद रहे।
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