***माध्यमिक स्तर के विद्यालयों में अध्ययनरत उच्च तथा निम्न समाजिक एवं आर्थिक स्तर के विद्यार्थियों की संवेगात्मक परिपक्वता एवं क्षैक्षणिक आकांक्षा का अध्ययन” के विषय मे शोध के लिए पीएचडी की उपाधि से अलंकृत
हरिद्वार। महारूद्रा एजुकेशन इंस्टीट्यूट की प्रबंध निदेशक मीनू चौधरी ने डाक्ट्रेट ऑफ फिलासफी, पीएचडी की डिग्री प्राप्त कर पूरे परिवार का नाम रोशन किया है।
उन्हें शोभित इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी मेरठ से ‘माध्यमिक स्तर के विद्यालयों में अध्ययनरत उच्च तथा निम्न समाजिक एवं आर्थिक स्तर के विद्यार्थियों की संवेगात्मक परिपक्वता एवं क्षैक्षणिक आकांक्षा का अध्ययन” के विषय मे शोध हेतु पीएचडी की उपाधि से अलंकृत किया गया है। मीनू चौधरी ने अपनी सफलता के लिए मम्मी पापा, भाई , सास , बच्चों के साथ अपने पति को धन्यवाद दिया जिन्होंने मुश्किल समय में मेरा साथ दिया और मुझे सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। प्रेस को जारी बयान में मीनू चैधरी ने कहा कि पीएचडी की उपाधि हासिल करना मेरे लिए बड़ी खुशी का दिन है। जो स्वप्न उन्होंने बचपन से देखा था, वह माँ सरस्वती के आशीर्वाद से पूर्ण हुआ है। आखिरकार घर-परिवार और सामाजिक आर्थिक जिम्मेदारियों के संघर्षो बीच तालमेल बैठाकर “डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी” “पीएचडी” की डिग्री मिलना एक तपस्या से कम नही है। इस मौके पर शोभित यूनिवर्सिटी मेरठ प्रबंधन को ह्रदय से धन्यवाद देती हूँ। जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में मेरे व्यक्तित्व को “डॉक्टर” के रूप में एक नई पहचान दी। जीवन की चुनोतियों को अलग तरह से परखने-समझने का नजरिया दिया। इसके साथ ही उन सभी का बारम्बार धन्यवाद जो मेरी इस व्यक्तिगत यात्रा में मेंटोर, साथी, पथ प्रदर्शक व प्रोत्साहक रहे। वहीं मीनू राणा के पति निशांत चौधरी ने कहा उनके पिता डॉ राजेन्द्र चौधरी पेशे से डाक्टर थे। अब उनकी पत्नी ने पीएचडी की उपाधि हासिल कर परिवार का सम्मान बढ़ाया है। मीनू राणा ने अपने संघर्ष के बल पर सफलता हासिल की है। पूरे परिवार में हर्ष का माहौल है परिजनों, मित्रों और सगे संबंधियों की ओर से बधाई देते वाले का तांता लगा हुआ है।
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