हरिद्वार, 2 मई। भाजपा नेत्री एवं राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की संयोजिका डा.शालिनी अली ने प्रेस क्लब में पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक सरकार का ऐतिहासिक और समाजहित में लिया गया निर्णय है। डा.शालिनी अली ने कहा कि वक्फ एक पवित्र सामाजिक और धार्मिक संस्था है। जिसका मूल उद्देश्य मुस्लिम समाज के गरीब, बेसहारा और जरूरतमंद वर्गो के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और पुनर्वास की व्यवस्था करना है। लेकिन दुर्भाग्यवश वर्षों से यह संस्था लैंड माफियाओं, भ्रष्ट तत्वों और लैंड जिहाद जैसी गतिविधियों का शिकार रही है।
उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्डों में दो महिलाओं की भागीदारी अब अनिवार्य की गई है, जो मुस्लिम महिलाओं को निर्णय-निर्माण की मुख्यधारा में लाने का स्वागत योग्य और साहसिक निर्णय है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग वक्फ संपत्तियों का अपने हित में प्रयोग कर रहे हैं। सरकार द्वारा किए गए संशोधन से वक्फ संपत्तियों का दुरूपयोग पर रोक लगेगी और गरीबों को इसका लाभ मिल्रेगा। उन्होंने ’बत्ती गुल’ कर वक्फ कानून के विरोध में किए गए प्रदर्शन को राजनीतिक स्टंट बताते हुए कहा कि कुछ लोग अपने हित के लिए समाज को गुमराह कर इस बत्ती गुल जैसे आयोजन कर रहे हैं।
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