May 17, 2025

भारत विकास परिषद का अधिष्ठापन समारोह भव्य रूप से हुआ संपन्न शोभना पालीवाल बनी अध्यक्ष

हरिद्वार..भारत विकास परिषद हरिद्वार संस्कार शाखा का अधिष्ठापन समारोह भव्य रूप से संपन्न हुआ. जिसमें परिषद के देहरादून रुड़की एवं हरिद्वार के सदस्यों पदाधिकारियों के अलावा हरिद्वार के गणमान्य व्यक्तियों ने प्रतिभाग किया. कार्यक्रम में परिषद की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती मनीषा सिंघल एवं सचिव संजय गर्ग ने श्रीमती शोभना पालीवाल को लेपल पिन लगाकर अध्यक्ष पद एवं सचिव श्रीमती नीलम तोमर एवं वित्त सचिव श्रीमती शालिनी गुप्ता सहित सम्पूर्ण कार्य समिति को शपथ दिलाई. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संस्कृत शिक्षा निदेशक उत्तराखंड डॉ. आनन्द भारद्वाज ने नव निर्वाचित अध्यक्ष शोभना पालीवाल को बधाई देते हुए कहा कि भारत विकास परिषद देश में भारतीय संस्कृति को ज़न ज़न तक पहुँचा कर सेवा कार्य कर रहीं है

उन्होंने कहा कि भारत की हजारों साल पुरानी संस्कृति जिससे हम अनजान हो पश्चिम संस्कृति को अपना रहे हो जो हमें पतन की ओर ले जा रहीं है. खचाखच भरे सभागार में अत्यंत भव्य समारोह में परिषद में 22 नए सदस्यों को भी सपत्नीक शपथ दिला कर स्वागत किया गया. निवर्तमान अध्यक्ष श्रीमती प्रमिला दत्ता ने सम्पूर्ण वर्ष किए कार्यो को एक रिपोर्ट के रूप में संबोधित करते हुए सभी का आभार एवं धन्यवाद किया. अध्यक्ष शोभना पालीवाल ने अपने स्वागत भाषण में सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि परिषद के सदस्यों ने मुझे अध्यक्ष हेतु चुना में विश्वास दिलाती हूं कि आप सभी के सहयोग एवं मार्गदर्शन समाज हित हेतु हम सर्वश्रेष्ठ कार्य कर सकेंगे. कार्यक्रम को प्रदेश अध्यक्ष एवं सचिव के अतिरिक्त उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने अध्यक्ष शोभना पालीवाल को फूल मालाओं एवं पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया. इस अवसर पर विद्या विहार एकेडमी की छात्राओं आद्या एवं अनन्या ने शानदार नृत्य नाटिका प्रस्तुत की. कार्यक्रम में रश्मि चौहान, निखिल वर्मा, अन्य शाखाओं के पदाधिकारियों श्रीमती सुधा तिवारी, श्रीमती शिवानी गौर, आशुतोष शर्मा, विकास गिरी कुशल श्रीवास्तव ,विजय सेठी, अमिताभ वत्स, अमर चौहान, विनय भारद्वाज, मुकेश भार्गव, जगदीश लाल पाहवा, राजकुमार शर्मा, राज छाबड़ा, एन. के. गुप्ता, अजित तोमर आदि के अतिरिक्त अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. विजयेंद्र पालीवाल एवं श्रीमती दिव्या भारद्वाज ने किया.