पिथौरागढ़ । मानसून काल को देखते हुए जिलाधिकारी पिथौरागढ़ विनोद गोस्वामी द्वारा आज जिला आपता परिचालन केंद्र पिथौरागढ़ का स्थलीय निरीक्षण किया गया।
इस दौरान जिलाधिकारी ने जिला आपदा एवं प्रबंधन अधिकारी पिथौरागढ़ भूपेंद्र महर को आपदा कॉन्फ्रेंस रूम में आवश्यक उपकरण रखे जाने के साथ ही टेक्नोलॉजी/ इनफॉरमेशन के पर्याप्त साधन के स्रोतों को रखे जाने के निर्देश दिए। बता दें कि संचार उपकरण, मानचित्रण उपकरण, और स्थिति मूल्यांकन उपकरण,
टेलीफोन और रेडियो,आपदा के दौरान संचार के लिए उपग्रह फोन और सेल फोन जैसे उपकरण, मानचित्रण उपकरण,भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस)आपदा प्रतिक्रिया के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है क्योंकि यह वास्तविक समय में स्थिति का मानचित्रण करने और आपदा से प्रभावित क्षेत्रों की पहचान करने की अनुमति देता है।डिजिटल मानचित्र आपदा प्रतिक्रिया के लिए सटीक डिजिटल मानचित्र आवश्यक हैं।
स्थिति मूल्यांकन उपकरण,सैटेलाइट इमेजिंग आपदा के दौरान होने वाले नुकसान का मूल्यांकन करने और स्थिति को समझने में मदद करती है। डेटा लॉगर्स आपदा के दौरान होने वाले नुकसान का मूल्यांकन करने और स्थिति को समझने में मदद करते है।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र सिंह महर उपस्थित थे।
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