हरिद्वार। जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय ने सोमवार को विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर बीएचईएल के सेक्टर-2 स्थित सरस्वती विद्या मन्दिर स्कूल में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह/ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। उन्होंने इस अवसर पर मंत्रोच्चारण के बीच दीप प्रज्ज्वलित कर तथा प्रतिष्ठित शिक्षाविद् डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन करते हुये उनकी प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर, सभी को शिक्षक दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें देते हुये कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय ने कहा कि शिक्षकों के महत्व व योगदान को इसी से समझा जा सकता है कि जब कोई बच्चा पहली बार स्कूल जाता है, तो उसके अभिभावक पूरे भरोसे के साथ अपने बच्चे को उस स्कूल के सिपुर्द करते हुये पूरी तरह से निश्चिन्त हो जाते हैं। उन्होंने गुरू गोविन्द दोऊं खड़े कांके लागू पांय…….का उल्लेख करते हुये कहा कि शिक्षक का समाज में अपना अलग स्थान है।
जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षकों का मुख्य रूप से ध्यान अपने पाठ्यक्रम को पूरा कराने पर होता है, लेकिन यह भी जरूरी है कि अपने पाठ्यक्रम को पूरा कराने के साथ ही, उनका जुड़ाव बच्चों के साथ निश्चित रूप से होना चाहिये। उन्होंने कहा कि शिक्षक का उद्देश्य केवल नौकरी प्राप्त कर लेना ही नहीं होना चाहिये, बल्कि समय और परिस्थितियों के अनुसार अपने ज्ञान में भी अभिवृद्धि करते रहना चाहिये। उन्होंने कहा कि आज के समय में, पहले की अपेक्षा काफी परिवर्तन आ गया है इसलिये यह आवश्यक है कि समय-समय पर शिक्षकों के लिये वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार एडवांटिस्ट कोर्स चलते रहने चाहिये।
श्री विनय शंकर पाण्डेय ने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे कक्षा में कमजोर बच्चों का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्तर पर अगर बच्चे की नींव मजबूत होती है, तो वे धीरे-धीरे पढ़ाई के महत्व को समझते हुये, आगे की कक्षाओं में अपना अच्छा प्रदर्शन करता है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज के प्रबन्ध कार्यकारिणी के अध्यक्ष श्री शिव शंकर जायसवाल ने कहा कि शिक्षक को हमेशा विद्यार्थी बना रहना चाहिये तथा अपना आकलन करते हुये निरन्तर ज्ञानवर्द्धन करते रहना चाहिये।
इस मौके पर जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय ने उत्कृष्ट व सराहनीय कार्य के लिये श्रीमती अन्नु सिंह, श्रीमती संतोषी नेगी, श्रीमती चंद्रकांता, श्री विकास कुमार श्रीमती सीमा रानी, श्री जयकुमार, श्रीमती रंजीता देवी, श्रीमती पुष्पा पांडे,, श्री भगत सिंह, श्री अश्वनी कुमार, श्रीमती मोनिका कंवर, श्री रविकुमार, श्री सत्येंद्र गौथियाल, श्री विवेक सैनी, श्री राहुल कुमार, श्रीमती नीरू अग्रवाल,श्री अमरीश गौतम, श्री मोहनलाल, श्री सुभाष त्यागी,श्री अवधेश कुमार, श्री जय कुमार कश्यप, श्री मुकेश कुमार, सुश्री सुषमा देवी, श्रीमती दीपा शर्मा, श्रीमती ए गुरूरानी, डॉ0 आर.के.चौहान, श्री लाल सिंह, श्रीमती अनीता शर्मा, श्रीमती पंकज चौहान, श्रीमती हेमा भारद्वाज आदि शिक्षकों तथा क्रीड़ा एवं स्काउट गाइड को सार्टीफिकेट, प्रतीक चिह्न आदि भेंट कर सम्मानित किया।
मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री के0के0 गुप्ता ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच का सफल संचालन जिला शिक्षा अधिकारी(बेसिक) श्री शिव प्रसाद सेमवाल ने किया।
इस अवसर पर आई0ए0एस प्रशिक्षु श्री आशीष मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी(माध्यमिक)श्री नरेश कुमार हल्दियानी, सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री नरेश कुमार चौहान, प्रभारी अभिलाषी जनपद शिक्षा विभाग हरिद्वार डॉ0 सन्तोष चमोला सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।
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