November 22, 2024

नगर निगम महापौर अनिता शर्मा ने अनुशासनहीनता में 7 पार्षदों को भेजा नोटिस

हरिद्वार। नगर निगम की महापौर अनिता शर्मा ने अनुशासनहीनता के आरोप में 7 पार्षदों को नोटिस जारी किया है। जिसमें सभी 7 पार्षदों को अपना स्पष्टीकरण रखने के लिए तीन दिन का वक्त दिया गया। जिसके बाद इनके खिलाफ मानहानि व निलंबन की कार्यवाही की जा सकती है।

नोटिस में बताया गया है कि 3 जून को टाऊन हॉल में बुलाई   गयी थी जिसमे मोनिका सेनी, सपना शर्मा, निशा नौडियाल, लोकेश पाल, अनुज सिंह अनिरुद्ध भाटी, सुनील अग्रवाल निगम की बोर्ड बैठक में आपके द्वारा बिना अनुमति के सदन से उठकर बाहर जाने व कुछ देर बाद पुनः आकर आपके द्वारा अमर्यादित आचरण करते हुए सदन में अपशब्दों का प्रयोग किया गया। समाचार पत्रों में भी आपके अमर्यादित आचरण पर टिप्पणी करते हुए लिखा गया कि सदन में पहली बार ऐसी शब्दावली का प्रयोग किया गया, जो लिखने योग्य नहीं है। आपके अमर्यादित आचरण के कारण सदन की गरीमा भी गिरी है और अधिवेशन स्थगित करना पड़ा है. जिसका सीधा असर जनहित एवं विकास के कार्यों पर पड़ेगा।

नोटिस दिया गया जिसमे मोनिका सेनी, सपना शर्मा, निशा नौडियाल, लोकेश पाल, अनुज सिंह अनिरुद्ध भाटी, सुनील अग्रवाल शामिल है । नोटिस में कहा गया कि तीन दिन के भीतर साक्ष्य व प्रमाण प्रस्तुत करें कि मेरे पति अर्द्धनग्न अवस्था में सदन के बाहर बैठे हुए थे अथवा उनके द्वारा अभद्र आचरण किया गया हो अथवा अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया गया हो। अन्यथा यह मानते हुए कि आप द्वारा जानबूझकर निगम में अव्यवस्था उत्पन करने एवं मुझे मेरे पति को बदनाम करने के उद्देश्य से सदन में हंगामा एवं अमर्यादित आचरण आपके द्वारा किया गया। यदि आपके द्वारा 3 दिन के भीतर अपना उचित स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं होता तो आपके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने के साथ-साथ आपके खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की जायेगी जिसका उत्तरदायित्व आपका होगा।

बता दें कि जिन पार्षदों को नोटिस जारी किया गया उनका ये आरोप है कि मेयर पति अर्द्धनग्न अवस्था में सदन के बाहर बैठे हुए थे जिस कारण महिला पर्श अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है। इन आरोपों ने इतना तूल पकड़ा कि अब मेयर पक्ष ने भी इसे मुद्दा बनाते हुए इन पार्षदों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। जिसके बाद अब लगता है कि निगम मेे चल रही राजनीतिक रार आने वाले दिनों में ओर बढ़नी तय है।