हरिद्वार। समाजसेवी जेपी बड़ोनी ने उत्तराखण्ड मेट्रो रेल शहरी अवस्थापना एवं भवन निर्माण निगम लि. से हरकी पैड़ी से चंडी देवी मंदिर तक प्रस्तावित रोपवे परियोजना का पूरा प्रारूप स्पष्ट करने की मांग की गयी है। प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए जेपी बड़ोनी ने कहा कि उत्तराखण्ड मेट्रो रेल द्वारा परियोजना के वास्तविक तथ्यों को स्पष्ट नहीं किया गया है। परियोजना को लेकर 40 बार टेंडर निकाले गए और रद्द कर दिए गए। अब 41वीं बार टेंडर जारी करने पर उनके द्वारा एनजीटी में याचिका दायर की गयी है। जिस पर एनजीटी द्वारा संबंधित विभागों को नोटिस जारी किए गए हैं। जेपी बड़ोनी ने कहा कि परियोजना संचालित होने से वन संपदा को होने वाली क्षति की भरपाई पहले की जाए। सभी विभागों और जिला प्रशासन से अनुमति प्राप्त की जाए। परियोजना की डीपीआर बनाकर स्पष्ट जानकारी दी जाए। रोपवे संचालन करने वाली कंपनी का दावा है कि एक घंटे में 1800 तीर्थ यात्रियों को लाने ले जाने का दावा कर रही है। यहां सवाल है कि हरकी पैड़ी नजदीक इतने लोगों के एक साथ खड़े होने की क्षमता है और चंडी देवी मंदिर पर भी इतने लोगों को एक साथ रोके जाने की व्यवस्था है। इसे स्पष्ट किया जाना चाहिए। जिस मार्ग से परियोजना संचालित होनी है। उस मार्ग पर दो-दो हाईटेंशन विद्युत लाईनें हैं एवं क्षेत्र राजाजी राष्ट्रीय रिजर्व टाइगर पार्क का बफर जोन है। उन्होंने कहा कि यह भी स्पष्ट नहीं किया गया है कि परियोजना की लागत कितनी है और इसमें पैसा कौन लगाए। इसे लेकर सरकार और कंपनी के अलग-अलग मत हैं। जिसे स्पष्ट नहीं किया गया है। जेपी बड़ोनी ने कहा कि परियोजना को लेकर अनेक सवाल हैं। जिनका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया जा रहा है। व्यापक जनहित में योजना के सभी पहलुओं को स्पष्ट किया जाना चाहिए।
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