November 21, 2024

सेवा, सत्संग, स्वाध्याय एवं संगोष्ठी के माध्यम से किया जाएं,हिंदुओं को संगठित प्रेमचंद झा

* हिंदू राष्ट्र निर्माण को लेकर हरिद्वार में होगा, राष्ट्रीय सम्मेलन

हरिद्वार।‌ आदित्य वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमचंद्र झा ने कहा कि सेवा, सत्संग, स्वाध्याय एवं संगोष्ठी के माध्यम से साप्ताहिक गोष्ठी कर हिंदुओं को संगठित किया जाए। प्रत्येक दिन हर हिंदू परिवार से एक रुपैया और एक घंटा का समय निकालकर उस समय एवं पैसे का सदुपयोग उस गांव के, उस क्षेत्र के विकास में लगावे ।

गौरतलब है कि

पूज्यपाद जगदगुरु शंकराचार्य गोवर्धन पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज के आशीर्वचन से उत्तराखंड प्रांत का हिंदू राष्ट्र संघ संगोष्ठी का ऑनलाइन मीटिंग रविवार 14 अप्रैल 2024 को 7:00 बजे आदित्य वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेमचंद्र झा के सानिध्य में रखी गई थी , जिसमें उन्होंने महाराज के अभियान के बारे में लोगों को जानकारी दी। इस मीटिंग में उत्तराखंड प्रांत के लगभग 60 से अधिक भक्तों ने भाग लिया।अब भारत के निर्माण में हिंदू राष्ट्र के लिए होने वाले उत्तराखंड में दो दिवसीय सम्मेलन के लिए अनेक भक्त जनों ने अपने-अपने सुझाव रखें और दो दिवसीय सम्मेलन एवं संगोष्ठी उत्तराखंड प्रांत के जिले हरिद्वार में जून के अंत में अथवा जुलाई के प्रथम सप्ताह में रखने का निर्णय रखा गया । इस संगोष्ठी में प्रांत के सभी जिलों से भक्त एवं कई परिवार भारतवर्ष को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने के संबंध में हरिद्वार जिले में उपस्थित होंगे ,ऐसा सभी ने अपना मत व्यक्त किया है। इस अभियान में उत्तराखंड प्रदेश अपना दायित्व को पूर्ण करेगा, ताकि शीघ्रता शीघ्र महाराज श्री के द्वारा यह घोषणा की जल्द ही भारत वर्ष हिंदू राष्ट्र घोषित हो । इस अभियान में सभी भक्तजन एवं प्रदेश के अनेक लोग एकत्रित होंगे ऐसा भाव सभी भक्तजनों के द्वारा प्रस्तुत किया गया है । इस संबंध में सभी ने अपने स्थान पर रहकर अपना दायित्व निर्वहन का भरोसा दिलाया है और इस कार्य में जुड़ जाने के लिए सभी प्रयत्नशील रहेंगे ऐसी भावना रखी। इस संगोष्ठी में मुख्य रूप से वरिष्ठ अधिवक्ता संजय गौड़ , समाज सेवी मनोज पाठक , राष्ट्रीय गंगा अभियान के संयोजिका साध्वी समर्पिता , डॉ भगवती प्रसाद पुरोहित, अमृतांश पेटवाल, आलोक नौटियाल, गौरव पांडे, आदित्य सिंह राणा, चहराज बिष्ट, आदित्य तिवारी, कमलेश झा, संदीप शर्मा, प्रकाश चंद्र जोशी, सुरेश पायल, कमल फुलेरा, चंद्र प्रकाश जोशी, विनोद पुरोहित, देवकी पेंट, आनंद भट्ट ,दिव्यांश पतं, तुषार गोस्वामी ,अमित राठौड़ी, शोभित नौटियाल, अभिषेक शनिदहाय, देवाशीष रोचेला, तेज बहादुर, बलजीत सिंह, दिलीप दास, रविंदर पतं, हरि कीमोटी ,आरके गुप्ता, पीयूष शर्मा, नितिन मारकाना, संतोष सिंह, अनिल पेटवाल ,बृजमोहन जोशी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहें। प्रवीण पतं ने संगोष्ठी को सफल बनाने के लिए सक्रिय रहे।