देहरादून: कर्मचारी राज्य बीमा योजना में कार्यरत करीब 75 आउटसोर्सिंग कर्मचारी (फार्मासिस्ट) सेवा विस्तार को लेकर मुखर हैं. गुस्साए कर्मचारियों ने डिस्पेंसरी को छोड़कर निदेशालय का रुख किया है. उन्होंने विभाग से जल्द सेवा विस्तार करने की मांग की है.
उत्तराखंड श्रम विभाग के अंतर्गत आने वाले कर्मचारी राज्य बीमा योजना की डिस्पेंसरियों में तैनात तकरीबन 75 उपनल आउटसोर्सिंग और विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से कार्यरत अस्थायी कर्मचारी की विभाग द्वारा 31 मार्च को सेवा समाप्त कर दी गई थी. कर्मचारियों की सेवा नियमावली के अनुसार हर साल इन कर्मचारियों के अनुबंध को नए वित्तीय वर्ष में रिन्यू किया जाता है, लेकिन इस बार 31 मार्च को तकरीबन इन 75 कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने के बाद विभाग द्वारा अब तक उनके सेवा विस्तार को लेकर दोबारा से अनुबंध नहीं किया गया है.
कर्मचारियों द्वारा विभागीय निदेशक दीप्ति सिंह के मौखिक निर्देशों का पालन करते हुए कार्य किया जा रहा है. लेकिन अब तक अधिकृत रूप से उनकी सेवा विस्तार को लेकर के कार्रवाई नहीं हुई है. जिस पर आज सभी कर्मचारियों ने अपनी डिस्पेंसरी को छोड़कर राजपुर रोड स्थित श्रम निदेशालय में अपना विरोध दर्ज कराया. जहां कर्मचारियों ने सेवा विस्तार की मांग को विभागीय अधिकारियों के सामने रखा. कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने स्पष्ट रूप से इशारा किया है कि आउटसोर्स और उपनल कर्मचारियों को नियमित किया जाना है, लेकिन ऐसे समय में विभाग द्वारा उनका साथ नहीं दिया जा रहा है.
राज्य कर्मचारी बीमा योजना के चीफ मेडिकल ऑफिसर आकाश दीप ने कहा कि कर्मचारियों के सेवा विस्तार की पत्रावली शासन स्तर पर गतिमान है और जल्द इस संबंध में उच्च स्तर से दिशा निर्देश प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों से बातचीत कर जल्द चर्चा कर समस्या का समाधान किया जाएगा.
More Stories
चारधाम यात्रा के दौरान हर की पैड़ी आ रहे तीर्थ यात्रियों की घाटों पर चेकिंग अभियान चलाया गया।*
उत्तराखण्ड के पाँचवे मुख्यमन्त्री एवं पूर्व शिक्षा मंत्री, भारत सरकार, श्री रमेश पोखरियाल निशंक जी, पर्यावरणविद् गोपाल आर्या जी (आर एस एस) एवं सचिव चिकित्सा शिक्षा, उत्तराखंड, डॉ आर राजेश कुमार जी का परमार्थ निकेतन में आगमन
कंट्रोल रूम को प्राप्त सूचनानुसार चंडी देवी रोपवे तकनीकी खराबी होने के कारण 2 लोग फंस गये