September 18, 2025

आपदा पीड़ितों की मदद के लिए संतों ने किया, सरकार को सहयोग का एलान 

हरिद्वार। उत्तराखंड में आई भीषण आपदा में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग त्राहि त्राहि कर रहे हैं। ऐसे में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद पदाधिकारियों ने उत्तराखंड सरकार को मदद देने का ऐलान किया है। अखाड़े के संतों ने आपदा पीड़ितों के लिए राहत कोष में धन जुटाने के लिए सहयोग का ऐलान किया है।‌

बताते चलें कि श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज के सानिध्य में बुधवार को बैठक बुलाई गई। बैठक में अखाड़े से जुड़े सभी महामंडलेश्वर, संत- महंत शामिल हुए। सभी संतों ने एक स्वर में उत्तराखंड में आपदा की मार झेल रहे पीड़ितो की मदद के लिए सरकार का सहयोग करने का ऐलान किया। इसके पूर्व संतों ने उत्तराखंड सहित अन्य प्रांतों में प्राकृतिक आपदा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके उपरांत अपने विचार व्यक्त किए। अंत में सर्वसम्मति से उत्तराखंड के आपदा के पीड़ितों की आर्थिक मदद करने के साथ मूलभूत सुविधाओं सड़क निर्माण, भवन निर्माण सहित स्कूलों के निर्माण में प्रदेश सरकार को पूरा सहयोग करने का निर्णय लिया गया । इस मौके पर श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में आई विनाशकारी आपदा में लोगों को भारी क्षति हुई है। उनके घर, मकान, दुकान सब तबाह हो गए हैं। जान माल की क्षति हुई है। सरकार की ओर से हरसंभव सहायता की जा रही है। जों पर्याप्त नहीं है। ऐसे में संतों ने सहयोग करने का निर्णय लिया है। शीघ्र ही परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल आपदाग्रस्त क्षेत्र में जाकर वहां किए जाने वाले कार्यों का सर्वेक्षण करेगा तथा सहायता व निर्माण कार्यो में सरकार का सहयोग करेगा। इसके लिए सभी अखाड़े मिलकर व्यवस्था करेंगे। प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम के पीठाधीश्वर महंत महामंडलेश्वर स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश महाराज ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में उच्च शिक्षण संस्थान व उच्च चिकित्सालय की नितांत आवश्यकता है। जिसके लिए शासन प्रशासन और अखाड़ा परिषद मिलकर कार्य करेंगे। ऐसा होने पर इन क्षेत्रों का आर्थिक विकास हो, स्थानीय युवाओं को रोजगार मिले और पलायन पर रोक लग सके। बैठक में श्री महंत रविन्द्र पुरी, महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद, महामंडलेश्वर कपिल मुनि, महामंडलेश्वर रूपेन्द्र प्रकाश, महामंडलेश्वर स्वामी अमृतानंद,

महंत स्वामी राधवेन्द्र दास, स्वामी गोविन्ददास, महंत सुयश मुनि, महंत आचार्य हरिहरानन्द, में स्वामी रवि देव शास्त्री, म. स्वामी श्याम प्रकाश, महंत स्वामी विनोद,

महंत स्वामी दिनेश दास स्वामी नारायण दास सहित अन्य संत महंत मौजूद रहें।

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