हरिद्वार।
हरिद्वार के औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल स्थित सत्यम ऑटो कंपोनेंट से निष्काषित पिछले 15 दिनों से निष्कासित कर्मचारियों की बहाली सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे। कर्मचारियों का आरोप है कि पिछले चार साल से कंपनी से निष्काशी कर्मचारी अपनी नौकरी बहाली के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इसी को लेकर पिछले 15 दिनों से निष्कासित कर्मचारी कंपनी के गेट पर ताला लगा कर धरने पर बैठे थे। शुक्रवार सुबह अचानक पुलिस प्रशासन द्वारा इन पर कार्रवाई करते हुई जबरन गाड़ियों में भरकर पुलिस लाइन रोशनाबाद ले जायेगा। 15 दिनों से कंपनी के बाहर ताला लगए होने से सत्यम ऑटो में कोई कार्य नहीं चल रहा था कंपनी ठप्प पड़ी थी। इसको देखते हुए धरने पर बैठे कर्मचारियों को जबरन पुलिस की गाड़ियों में बैठाकर रोशनाबाद ले जाया गया।
पुलिस प्रशासन का कहना है कि कोरोना प्रोटोकॉल और कर्मचारियों का 15 दिन से फैक्टरी के गेट के बाहर स्थाई हो जाना चिंताजनक है, इसलिए इन्हें फैक्ट्री के गेट से हटाया गया। पुलिस प्रशासन ने माननीय न्यायालय के आदेश अनुसार जबरन फैक्ट्री के गेट से हटाया गया है और पुलिस प्रशासन ने यह भी कहा की 15 दिन फैक्ट्री बंद होने के कारण फैक्ट्री मैं काम कर रहे लोगों का हक भी मारना भी सही नहीं है। अब प्रदर्शन फैक्ट्री के 500 मीटर के दायरे के बाहर होगा। निष्कासित कर्मचारियों को कहना है कि पुलिस प्रशासन का ऐसा जबरन उठाया जाना लोकतंत्र की हत्या है।
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