November 27, 2024

संयुक्त किसान मोर्चा ने देश भर में रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया

काशीपुर। किसान आंदोलन के चलते संयुक्त किसान मोर्चा के रेल रोको आंदोलन के आह्वान पर काशीपुर में किसानों ने काशीपुर से बरेली जाने वाली डेमू स्पेशल ट्रेन को 10 मिनट से रोका हुआ है। वहीं, मौके पर काफी संख्या में पुलिस बल और पुलिस अधिकारी मौजूद हैं।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को देश भर में रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया है। ऐसे में दिल्ली, गाजियाबाद, पंजाब में किसान रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठ गए हैं। इस कड़ी में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा और भारतीय किसान यूनियन की युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू के नेतृत्व में दर्जनों किसान आज भारी बरसात के बावजूद काशीपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। इस दौरान आक्रोशित किसानों ने काशीपुर से बरेली जाने वाली ट्रेन को प्लेटफार्म पर रोक दिया। इस दौरान आक्रोशित किसानों ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को केन्द्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। वहीं, इस मौके पर रेलवे प्लेटफार्म पर काफी यात्री भी मौजदू थे, जो ट्रेन चलने की उम्मीद पर प्लेटफार्म पर ही भटकते रहे। काफी समय बीतने के बाद भी किसानों के नहीं उठने पर यात्री मायूस होकर अन्य साधनों से अपने गंतव्य को रवाना हो गए। वहीं, प्लेटफार्म में यात्रियों समेत अन्य लोगों की परेशानियों को देखते हुए किसान मोर्चे ने स्टेशन में ही लंगर की व्यवस्था की है। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर एक साल से परेशान किसानों के हक में यह निर्णय लिया गया है।

हमें यात्रियों को परेशान करने का कोई शौक नहीं है। यात्रियों को केवल कुछ ही घंटों की परेशानी से दो-चार होना पड़ रहा है।जबकि अन्नदाता पूरे 1 साल से केंद्र सरकार के द्वारा जारी काले कृषि कानून वापस लेने के लिए परेशान हो रहा है। उन्होंने कहा कि यात्रियों के लिए किसानों के द्वारा लंगर की और चाय पानी की व्यवस्था भी रेलवे प्लेटफार्म पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार तीनों का लिटरेसी कानून वापस नहीं लेगी तब तक किसानों का आंदोलन बदस्तूर जारी रहेगा। इस दौरान उन्होंने भारी बरसात में आंदोलन को मजबूती देने के लिए आने वाले किसानों का धन्यवाद दिया। वहीं, भारतीय किसान यूनियन युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू ने कहा कि ये किसानों के यह हक हकूक की लड़ाई है, उनके घर की लड़ाई है। इसीलिए भारी बरसात के बावजूद भी किसानों का जज्बा देखने लायक है।