November 29, 2024

देशराज कर्णवाल ने मांगा भाजपा से अपनी पत्नि के लिए टिकट

मेरे से ज्यादा श्री सुरेश राठौर, संजय गुप्ता, प्रणव सिंह एंटी इनकम्बेंसी

हरिद्वार। झबरेड़ा विधानसभा सीट के विधायक देशराज कर्णवाल ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर अवगत कराया कि मैं और मेरी पत्नी वैजयंती माला जिला पंचायत तीन बार एवं जिला योजना समिति के सदस्य भी है। वह 1995 से बसपा से विधायक रही है और उन्होंने हरिदास को जिला पंचायत चुनाव में हराया था। वर्ष 2000 में वह जिला पंचायत चुनाव में कांग्रेस की वर्तमान विधायक श्रीमती ममता राकेश को भारी मतों से हराकर जमानत जप्त की थी। उन्होंने कहा कि हरिद्वार जनपद में चमार जाति बहुताआत में है। मेरे और मेरी पत्नी द्वारा यहां पर अनगिनत विकास कार्य कराये गये है। जिनको समाज हमेशा हित करने के कारण जाति के लोग मुझे वह मेरी पत्नी को सेवक / नेता मानते हैं । झबरेड़ा सीट पर अनुसूचित जातियों से चमार जाति के 35000 से अधिक वोट है और अन्य जातियां 10 प्रतिशत भी नहीं है। उन्होंने कहा है कि मैंने 2012 के चुनाव में मेरी पत्नी भाजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ी और पार्टी को बसपा और कांग्रेस के बराबर ले आई वर्ष 2014 में मोदी जी की लहर एवं मेरी पत्नी और मेरे द्वारा मेहनत के कारण या जीत जीत पाई लेकिन इस बार चारों विधानसभा क्षेत्र मंगलोर कलियर, ज्वालापुर, भगवानपुर हारे वर्ष 2017 में फिर पार्टी में मुझे विश्वास रखते हुए प्रत्याशी बनाया गया और यह सेठ उन्हें 2019 में जीत की लहर एवं हमारे मेहनत के कारण झबरेड़ा विधानसभा के जीते लेकिन विधानसभा मंगलोर भगवानपुर सहित विधानसभा 2017 में जीती हुई। उन्होंने कहा मेरे से ज्यादा श्री सुरेश राठौर, संजय गुप्ता, प्रणव सिंह एंटी इनकम्बेंसी थी। लेकिन फिर भी पार्टी द्वारा उनको टिकट दिया गया है। प्रणव के स्थान पर उनकी पत्नी को प्रत्याशी बनाया गया है। जबकि मेरी पत्नी राजनीति में उनकी पत्नी से पहले सक्रिय है उनकी पत्नी से बड़ी नेता है और पार्टी में भी अपनी हित में उनकी सरकारी नौकरी से इस्तीफा दिलाकर जीत की जिम्मेदारी लेना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि पूरे संसार के अंदर मेरे ही मकान के ऊपर पत्थर के कमल के फूल का निशान बना हुआ है जो इस बात का दुख है कि मैं भारतीय जनता पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं और पार्टी में चाहता हूं की पत्नी के अलावा विधानसभा सीट किसी भी प्रत्याशी को नहीं दी जाए क्योंकि यह मुस्लिम मतदाताओं का बाहुल्य क्षेत्र है।

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