November 22, 2024

उत्तरकाशी जनपद में कृषि, उद्यान, पर्यटन, साहसिक पर्यटन एवं अध्यात्म विकास की अपार सम्भावनाएं: राज्यपाल

उत्तरकाशी। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि.) गुरमीत सिंह ने कहा कि उत्तरकाशी जनपद में कृषि, उद्यान, पर्यटन, साहसिक पर्यटन एवं अध्यात्म विकास की अपार सम्भावनाएं हैं। इन संभावनाओं को जमीन पर उतारने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को विशेष कार्य योजना तैयार कर सामूहिक प्रयास करने होंगे। जनपद के दो दिवसीय भ्रमण पर पहुंचे राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने यहां विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया। सोमवार को मातली स्थित आईटीबीपी गेस्ट हाउस सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली। राज्यपाल ने जनपद में कृषि, उद्यान, पर्यटन, एडवेंचर टूरिज्म एवं अध्यात्म के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाये जाने की आवश्यकता बताई। जिससे जनपद की विश्व पटल पर विशेष पहचान बन सके।

इस दौरान विभिन्न विभागों ने पीपीटी (पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन) के माध्यम से जनपद में हो रहे कार्यों की प्रगति एवं चुनौतियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जनपद में मौनपालन, सेब उत्पादन आदि के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले पांच-पांच लोगों के नाम उन्हें भेजने को कहा। राज्यपाल ने गंगोत्री नेशनल पार्क को वन आपदाओं को रोकने तथा सुगंधित पुष्प व पौधों, जड़ी बूटियों आदि की संरक्षा विशेष प्रयास किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नेलांग एवं जादुंग के विस्थापितों को उनके मूल गांव में बसाना भारत सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। इस कार्य में हीला हवाली न हो। राज्यपाल ने कहा कि मेरे पांच लक्ष्य हैं, जिनमें रिवर्स माईग्रेशन को हासिल करने, जैविक खेती का विकास करने, महिला क्षमता विकास, ई-कनेक्टिविटी स्थापना विकास एवं अध्यात्म विकास शामिल हैं। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी पुनीत तोमर, उप निदेशक गंगोत्री नेशनल पार्क रंगनाथ पांडे, एसपी प्रदीप राय, सीएमओ डा.केएस चौहान, एसडीएम मीनाक्षी पटवाल व सीएस चौहान, मुख्य कृषि अधिकारी जय प्रकाश तिवारी, सीएचओ रजनीश सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी नीतू फुलारा, जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे आदि मौजूद रहे।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को राजभवन आने का भी न्योता दिया। इनमें घराट श्रृंखला के उद्यमी विजयेश्वर प्रसाद डंगवाल, मुख्य कृषि अधिकारी जेपी तिवारी एवं घराट के उत्पादों को नवाचार से जोड़ने वाले आईआईटी रूड़की के योगेश पांडे, शोध छात्र राकेश शामिल हैं।