ऋषिकेश। भले ही ऋषिकेश राफ्टिंग के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन चुका हो, लेकिन बद्रीनाथ हाईवे से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए राफ्टिंग एक ऐसा सरदर्द बन चुका है कि लोग घंटो जाम में फंसे रहते हैं।
चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले ऋषिकेश से लेकर शिवपुरी तक की यात्रा किसी के लिए भी किसी सरदर्द से कम नहीं है क्योंकि राफ्टिंग कारोबारियों की बेतरतीब आवाजाही के कारण इस मार्ग पर हमेशा ही जाम की स्थिति बनी रहती है। खास बात यह है कि पुलिसकर्मियों का भी इन पर किसी तरह का कोई नियंत्रण नहीं है। इनका जिधर मन होता है उधर घुस कर यातायात को बाधित करते रहते हैं। कई बार यात्रियों के विरोध करने पर यह झगड़े पर आमादा हो जाते हैं। क्योंकि क्षेत्र में उनकी बड़ी संख्या और संगठन है। लोगों का कहना है कि उनकी पुलिस के साथ भी सांठ-गांठ रहती है।
खुले वाहनों में राफ्ट को ऋषिकेश से शिवपुरी ले जाने के काम में लगे सैकड़ों वाहन इस मार्ग पर हमेशा जाम की स्थिति बनाए रखते हैं। जिससे बाहर से आने जाने वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है तथा वह कई कई घंटों तक जाम में फंसे रहते हैं। राफ्टिंग का धंधा क्योंकि सीजनल है तथा उसी समय अपने पीक पर होता है जब चार धाम यात्रा चल रही होती है। इसलिए चारधाम आने वाले यात्रियों को अपनी यात्रा के प्रवेश द्वार पर ही सबसे पहले जाम से दो-चार होना पड़ता है। 3 मई से यात्रा भी शुरू हो रही है ऐसे में यह स्वाभाविक है कि अभी जो समस्या लोगों के लिए वीकेंड अथवा सरकारी अवकाश के अवसर पर ही झेलनी पड़ती है वह आने वाले समय में हर रोज झेलनी पड़ेगी। उत्तराखंड आने जाने के लिए जबसे हाईवे की स्थिति ठीक हुई है पर्यटकों का दबाव बढ़ने के साथ ही समस्या भी बढ़ती ही जा रही है।
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