November 22, 2024

पतंजलि अनुसंधान संस्थान साइंस के साथ आयुर्वेद को जोड़ रहा: श्री पीयूष गोयल

हरिद्वार। श्री पीयूष गोयल मा0 केन्द्रीय मंत्री, वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, कपड़ा मंगलवार को दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत सर्वप्रथम पतंजलि योगपीठ, हरिद्वार पहुंचे, जहां उन्होंने पतंजलि अनुसंधान संस्थान का व्यापक भ्रमण किया। अपने भ्रमण के दौरान उन्होंने आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी प्रयोगशाला, पतंजलि जड़ी-बूटी अनुसंधान विकास विभाग, पादप वर्गीय प्रयोगशाला, कैनवास पेण्टिंग सेक्शन, मेडीसिन पौंधों का म्युजियम, पाण्डुलिपियों का संग्रह, पुस्तकालय आदि का बारीकी से अवलोकन किया तथा पंतजलि द्वारा किये जा रहे अनुसंधान कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की ।

पतंजलि अनुसंधान संस्थान के भ्रमण के दौरान आचार्य श्री बालकृष्ण ने बताया कि हम वनस्पति विज्ञान पर काफी कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पतंजलि द्वारा तीस हजार पौंधों की कैनवास पेण्टिंग तैयार की गयी है। पाण्डुलिपि संग्रह विभाग में उन्होंने 1400 साल पुरानी किताब का मा0 केन्द्रीय मंत्री को अवलोकन कराया। उन्होंने कहा कि हमारे पास प्राचीन से लेकर आधुनिक तक की कई पुस्तकों की पाण्डुलिपियां हैं। इस प्रकार विभिन्न पाण्डुलिपियों की हमारे पास 65 लाख पेज हैं।

श्री पीयूष गोयल को पतंजलि अनुसंधान संस्थान के सभाकक्ष में ई-गवर्नेंस, आत्म निर्भर भारत, आत्मनिर्भर ऐप आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी।

श्री पीयूष गोयल मा0 केन्द्रीय मंत्री, वाणिज्य एवं उद्योग ने पतंजलि अनुसंधान संस्थान के भ्रमण के पश्चात बोलते हुये कहा कि जब तक आप किसी भी क्षेत्र या संस्थान का भ्रमण नहीं करते हैं, तब तक आप उस क्षेत्र या संस्थान में चल रहे अनुसंधान या वह अनुसंधान किस स्तर का चल रहा है, के बारे में कल्पना नहीं कर सकते हैं, यह एहसास उस संस्थान या क्षेत्र में भौतिक रूप से पहुंचने पर ही होता है। उन्होंने कहा कि पतंजलि अनुसंधान संस्थान साइंस के साथ आयुर्वेद को जोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेव, आचार्य बाल कृष्ण तथा उनकी टीम हमारे ट्रेडेशनल फार्म आफ मेडिसिन, भारत का इतिहास, उसकी परम्परायें आदि को पुनर्जीवित करने के कार्य में प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पतंजलि अनुसंधान संस्थान में साइंस व ट्रेडेशन मेडिसिन दोनों को जोड़ते हुये जरूरी काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त इनके टेक्टनोलॉजी सोल्यूशन को देखने का भी अवसर मिला।

श्री पीयूष गोयल ने कहा कि हरिद्वार आकांक्षी जनपद के जो-जो सरकारी कार्य चल रहे हैं, उनका निरीक्षण करने, मैं यहां आया तो मुझे पतंजलि के भ्रमण के दौरान एहसास हुआ कि कैसे एक आकांक्षी जनपद में मार्डन टेक्टनॉजी का इस्तेमाल पग-पग पर किया जा रहा है। इससे विश्व को भारत की क्षमताओं आदि के बारे में एक सन्देश जाने के साथ ही जितने भी आकांक्षी जनपद हैं, उन सभी को तेजी सेे विकास की ओर बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।

 

मा0 केन्द्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल का पतंजलि परिसर पहुंचने पर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया। उन्होंने पतंजलि अनुसंधान संस्थान परिसर के औषधीय उद्यान में वृक्षारोपण भी किया।

मा0 केन्द्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल पतंजलि अनुसंधान संस्थान से सीधे एस0टी0पी0 जगजीतपुर पहुंचे, जहां उन्होंने पूरे सीवेज ट्रीटमेंट प्लाण्ट का बारीकी से निरीक्षण करते हुये सीवेज ट्रीटमेंट प्लाण्ट की कार्य करने पूरी प्रक्रिया को देखा।

इसके पश्चात मा0 मंत्री श्री पीयूष गोयल हरकीपैड़ी पहुंचे, जहां उन्होंने सपरिवार मां गंगा की पूजा-अर्चना तथा आरती की एवं मां गंगा का आशीर्वाद प्राप्त करते हुये देश-प्रदेश की सुख-समृद्धि तथा खुशहाली के लिये मां गंगा से प्रार्थना की। इस मौके पर गंगा सभा के पदाधिकारियों-अध्यक्ष श्री प्रदीप झा, महामंत्री श्री तन्मय वशिष्ठ, स्वागत अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ चक्रपाणि, श्री उज्ज्वल पण्डित आदि ने उन्हें अंगवस्त्र, गंगाजलि आदि भेंट की।

इन अवसरों पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री मदन कौशिक, रूड़की विधायक श्री प्रदीप बत्रा, रानीपुर विधायक श्री आदेश चौहान, भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ0 जयपाल सिंह चौहान, जिला महामंत्री श्री विकास तिवारी, मीडिया प्रभारी श्री लव शर्मा, जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 सौरभ गहरवार, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की, श्री अंशुल सिंह, एस0डी0एम0 श्री पूरन सिंह राणा, परियोजना निदेशक श्री विक्रम सिंह, परियोजना निदेशक श्री आर0के0 जैन, श्री राजेश सहित सम्बन्धित पदाधिकारीगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।