देहरादून। केंद्र और राज्य क्षेत्र के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव को लेकर एपीटीआई (एसोसिएशन ऑफ फार्मास्युटिकल टीचर्स ऑफ इंडिया) का ऑनलाइन चुनाव 24 से 26 जून के बीच हुआ था। मतदाताओं को अपने राज्य और मध्य क्षेत्र के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चयन करने का मौका देने के लिए ये चुनाव हर पांच साल में होते हैं। उत्तराखंड राज्य में प्रेसिडेंट के लिए कुल 2 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे जबकि 4 उम्मीदवार उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे।
नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 10 मई थी। भारत भर के सभी फार्मेसी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से एपीटीआई के सदस्य रहे संकायों ने इस ऑनलाइन चुनाव में मतदान किया। डीआईटी विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय से डॉ राजीव शर्मा को एपीटीआई उत्तराखंड के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है, जबकि डॉ अभिजीत ओझा और डॉ गणेश भट्ट उपाध्यक्ष एपीटीआई उत्तराखंड के पद के लिए चुने गए हैं। एपीटीआई भारत में फार्मेसी शिक्षा के अग्रदूतों द्वारा 1966 में प्रो. एम. एल. श्रॉफ, प्रो. जी. पी. श्रीवास्तव और अन्य जैसी प्रमुख हस्तियों द्वारा स्थापित एक एसोसिएशन है, जिसने बेहतर इंटरकम्युनिकेशन बनाने और फार्मेसी शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में एक लंबा सफर तय किया है। अपने अनुरूप मिशन और उद्देश्यों के माध्यम से, एसोसिएशन ने पूरे देश से फार्मेसी शिक्षा के शिक्षकों को एक साथ लाने में एक ही मंच प्रदान किया है। इसने शिक्षण सदस्यों के बीच विचारों के आदान-प्रदान के माध्यम से उत्कृष्ट मानकों की उपलब्धि और फार्मेसी शिक्षा में नई तकनीकी विधियों को विकसित करने में मदद की है। प्रो मिलिंद उमेकर को केंद्रीय अध्यक्ष के रूप में चुना गया, डॉ रोहित दत्त को उत्तर क्षेत्र के उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया, जबकि डॉ दीपेंद्र सिंह को मध्य क्षेत्र के उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया।
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