September 8, 2024

पुलिस ने फर्जी भर्ती सेंटर गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया

हरिद्वार। पुलिस ने फर्जी भर्ती सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों में कांग्रेस नेत्री व दो उसके भाई भी शामिल हैं। पुलिस ने आरोपितों के पास से लैपटॉप, फर्जी प्रमाण समेत काफी सामान बरामद किया है। बेरोजगारों को सरकारी नौकरी का झांसा देकर फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र भी बांटे जा रहे थे। बेरोजगार युवकों को फंसाने के लिए बड़ंे होटलों में इंटरव्यक लिया जाता था। गैंग के सदस्य नौकरी के नाम पर सौ से अधिक लोगों को झांसद देकर 1 करोड़ रुपये से अधिक की रकम डकार चुके हैं।

जानकारी के मुताबिक जनपद हरिद्वार के लक्सर के ग्राम टीकमपुर में फर्जी भर्ती सेंटर चलाया जा रहा था। जहा सक्रिय गैंग द्वारा कई बेरोजगारों को विभिन्न सरकारी विभागों में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की रकम ऐंठकर शहर के नामी होटलों में फर्जी तरीके से इंटरव्यू लेकर लोक सेवा आयोग तथा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के फर्जी नियुक्ति पत्र दिए जा रहे थे।

जानकारी के मुताबिक गिरोह विभिन्न विभागों में 10 प्रतिशत विभागीय कोटा बताकर बेरोजगारों को नौकरी का झूठा लालच देता था और फिर प्रत्येक से पांच से दस लाख रूपये लेकर नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करते थे। कोई शक न करे इसलिए पहले नामी होटलों में बेरोजगारों को इंटरव्यू के नाम पर बुलाकर लाखों रुपयों की डिमांड की जाती थी। रकम मिलने पर लोक सेवा आयोग उत्तराखण्ड तथा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के तहत अन्य विभागों से सम्बन्धित नौकरियों के फर्जी नियुक्ति पत्र जारी किए जाते थे। जब इनके द्वारा फर्जी नियुक्ति पत्र देने पर बेरोजगारों द्वारा संबंधित विभाग में जाकर जानकारी करने पर वहां ऐसी कोई जॉब न होने की बात वापस इनसे कही जाती थी तब इनका कहना होता था कि इन 10 प्रतिशत विभागीय कोटा की कोई परीक्षा नहीं होती। यह पद विभाग द्वारा अलग से भरे जाते हैं। जिस कारण बेरोजगारों में भ्रम की स्थिति बनी रहती थी और लोग आसानी से इनकी धोखाधड़ी का शिकार हो जाते थे। इसके साथ ही गिरोह ने अपना रौब दिखाने के लिये दो गार्ड रखे थे, जिन्हें वह आर्मी की वर्दी पहनाकर अपने साथ जगह-जगह ले जाते थे ताकि किसी को कोई शक न हो।

जगह-जगह चल रहे इस बड़े खेल पर फोकस करते हुए एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह द्वारा एक रणनीति बनाकर अधीनस्थों को निर्देशित किया गया। कोतवाली लक्सर समेत संयुक्त स्तर पर गठित पुलिस टीम ने लगातार एक्टिव रहकर सटीक सूचना के आधार पर एक महिला सहित कुल 04 अभियुक्तों को भारी मात्रा में अभ्यर्थियों के फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र, फर्जी शैक्षिक अंकतालिकायें, इलैक्ट्रोनिक सामान, नकदी, विभिन्न विभागों के पदनाम की मोहरों, घटना में इस्तेमाल किए जाने वाले कई मोबाइल फोन, 1 दर्जन से अधिक पासबुक, चेक बुक, रौब गालिब करने के लिए गार्ड द्वारा पहनी गई फर्जी आर्मी एवं पुलिस की वर्दी इत्यादि के साथ दबोचा एवं अन्य फरार की तलाश जारी है। पुलिस पूछताछ में पकड़े गए आरोपितों ने अपने नाम विजय नोटियाल पुत्र मीर सिंह, रेणू पुत्री मीर सिंह, नितिन पुत्र चमन निवासीगण निवासी टिक्कमपुर लक्सर व सिद्धार्थ पुत्र नवबहार निवासी धारीवाला, पथरी हरिद्वार बताए। जबकि अजय नोटियाल पुत्र मीर सिंह निवासी टिक्कमपुर कोतवाली लक्सर फरार बताया जा रहा है। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कर आरोपितों का चालान कर दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।