हरिद्वार।
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने कलेक्ट्रेट सभागार में बाल विकास विभाग के अधिकारियों सीडीपीओ, सुपरवाइजर स्तर के अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में बाल विकास परियोजना अधिकारी सहित समस्त अधिकारियों से आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से बच्चों व माताओं को दिये जाने वाले टेकहोम राशन के वितरण तथा कुपोषित तथा अति कुपोषित बच्चों के विवरण स्थिति की जानकारी ली।
बहादराबाद 01 की सीडीपीओ द्वारा अभी तक कुछ क्षेत्रों में टीएचआर नहीं बांटे जाने पर जिलाधिकारी हरिद्वार ने नाराज़गी व्यक्त की। उन्होंने शीघ्र ही पोषाहार वितरण के निर्देश सीडीपोओ को दिये। शेष ब्लाक में समय से वितरण किया जा चुका है।
बाल विकास विभाग की ओर से संचालित कुपोषित, अति कुपोषित बच्चों की बेहतर देखभाल व स्वस्थ भविष्य के लिए चलाई जा रही योजना के तहत ऐसे बच्चों को विभागीय अधिकारियों द्वारा गोद लेकर उन बच्चों को पोषक तत्वों की उपलब्धता कराने व स्वस्थ अवस्था में आने तक माॅनीटरिंग किये जाने के लिए अधिकारियों को अपने नाम जमा करा दिये जाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने डीपीओ को निर्देश दिये कि इन बच्चों के लिए हेल्थ सप्लीमेंट का प्रस्ताव शीघ्र प्रस्तुत करें, साथ ही पोषण पोर्टल पर समय पर एंट्री करायें।
बच्चों की निगरानी के लिए माॅनीटरिंग डिवाईस/एप्प की खरीद भी करें।
उन्होंने निर्देश दिये कि 05 तारीख को अनिवार्य रूप् से आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों का वजन किया जाये। बच्चों के वजन की मासिक रिपोर्ट पोषण पोर्टल पर दर्ज की जाये।
उड़न दस्ता टीम के आधिकारियों की बैठक ली
दूसरी ओर जिलाधिकारी ने कोरोना महामारी के दौरान निजि चिकित्सालयों में इलाज के लिए अस्पतालों की मनमानी रोकने में तथा बीमारों, परिजनों को नियमानुसार उपचार और सुविधाआयें उपलब्ध कराने के लिए बनाये गये उड़न दस्ता टीम के आधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कोविड के कारण होने वाली मृत्यु, मृत्यु के स्थान हाॅस्पिटल व होम आइसोलेशन की रिपोर्टिंग के लिए बनाये गये नोडल अधिकारी श्री मो. नासिर को प्रत्येक चिकित्सालय व प्रति दिन की स्पष्ट जानकारी चिकित्सालयों, नगर निकायों, डीपीआरओ से निर्धाारित और स्पष्ट प्रारूप् पर प्राप्त कर उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
साथ ही डीएम ने कोविड के कारण जिनकी मृत्यु हुई ऐसे मृतकों के परिवारो, अनाथ हुए बच्चों आदि का सर्वे कर ऐसे बच्चों के लिए गोद दिये जाने की कानूनी कार्रवाई किये जाने, विधवा महिलाओं की पेंशन प्रकिया चालू किये जाने तथा महिला स्वंय सहायता समूहों के माध्यम से ऐसी महिलाओं को प्रशिक्षित कर सबल बनाने के लिए निर्देष भी सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को दिये।
उन्होंने क्षेत्र के एसडीएम से समन्वय कर जिला सेवा योजन अधिकारी को कोरोना अवधि के में बेरोजगार हुए 18 वर्ष आयु के युवाओं का सर्वे कर इन युवाओं को योग्यता के आधार पर प्रक्षिक्षण दिलाकर स्वरोजगार व आजिविका के लिए निर्देश दिये।
उन्होंनें वृद्ध, दिव्यांग, ट्रांसजेंडर, कुपोषित मातायें,स्लम एरिया व आदिवासी क्षेत्र के लोगों को प्राथमिकता के आधार पर विशेष अभियान व रणनीति बनाकर टीकाकरण कराये जाने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिये। किसी भ्राॅति के कारण टीकाकरण न कराने वाले वर्ग को धार्मिक, सामाजिक, जन प्रतिनिधियों की सहायकता से टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाये।
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