November 23, 2024

ज्वालापुर में धूमधाम से निकाली गयी संत शिरोमणि गुरु रविदास की भव्य शोभायात्रा

हरिद्वार। हरिद्वार ज्वालापुर में संत शिरोमणि भगवान रविदास जन्मोत्सव समिति के तत्वाधान में पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी गुरु रविदास जी की भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। शोभायात्रा का शुभारंभ मुख्य अतिथि कांग्रेस नेता पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी एवं  भगवानदास राठौर, पूर्व सांसद, सुशील कुमार, एडवोकेट, रामकुमार राणा, पूर्व विधायक द्वारा किया गया ।

इस अवसर पर सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा संत शिरोमणि भगवान रविदास एक महान समाज सुधारक थे।

गुरु रविदास के प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में रविवार को ज्वालापुर फाटक रविदास आश्रम से भव्य शोभायात्रा निकाली गई।

इस मौके पर मौहल्ला कडच्छ रविदास मंदिर ज्वालापुर में एक दिन पूर्व ही रात्रि में संगत का आयोजन किया गया।
मौहल्ला कडच्छ, ज्वालापुर गुरु रविदास सभा की ओर से गुरु रविदास के प्रकाशोत्सव के उपलक्ष्य में रविवार को ज्वालापुर फाटक रविदास आश्रम से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस मौके पर मंदिर में संगत के हाजिरी लगाने का सिलसिला भी जारी रहा। जिसमें श्रद्धालुओ का हाजिरी लगाने का सिलसिला भी जारी रहा। भजन-कीर्तन के साथ गुरु रविदास जी के जयघोष भी गूंजते रहे।


रविदास आश्रम परिसर से 5 बजे के करीब शोभायात्रा निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में संगत ने भाग लिया। शोभायात्रा रविदास मंदिर से अम्बेडकर नगर, शास्त्री नगर, कैथवाडा, मैदानियान, गांधी मार्केट, अंसारी मार्किट, रेलवे चौकी आदि से होते हुए वापस ज्वालापुर फाटक रविदास आश्रमे में पहुंची। शोभायात्रा लगभग छह किलोमीटर के क्षेत्र में निकाली गई।

ज्वालापुर फाटक से शोभायात्रा सबसे आगे घोड़े एवं ऊंट चल रहे थे। गुरु रविदास जी प्रतिमा के आगे स्वच्छ भारत अभियान नारा लगाते हुई एक टीम आगे आगे झाड़ू एवं पानी से सड़क को साफ करते हुए चल रहे थे। देखने के लिए मुख्य द्वार पर भक्तजनों की भीड़ रही। शोभायात्रा की अग्रिम पंक्ति में मौजूद बैंड पार्टी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। विभिन्न वेशभूषा के साथ भक्तिमय संगीत से यात्रा में सबसे आगे इन्होंने अपनी प्रस्तुति दी। इनके बाद यात्रा में ट्रैक्टर थे। इन्हें आकर्षक तरीके से सजाया गया था।

गुरू रविदास शोभायात्रा में पहुंचे आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश शर्मा ने कहा कि आज पूरा देश रविदास जयंती मना रहा है लोगों को उनक सिद्धांतों का अनुसरण करना चाहिए जिस गुरू रविदास महाराज ने अपना पूरा जीवन समाज की सेवा में अर्पित कर दिया था मीरा ने भी प्रभावित होकर उनको अपना गुरू माना था। इससे पूर्व उन्होंने गुरू रविदास जी को पुष्प अर्पित कर नमन किया।

इन पर बैठे भक्तजन गुरु रविदास की महिमा का गुणगान कर रहे थे। इसके साथ ही काफी संख्या में छोटी-बड़ी गाड़ियां भी थीं। इनमें छोटे-छोटे बच्चों ने गुरु रविदास, मीरा की वेशभूषा में थे। शोभायात्रा में स्थानीय स्कूल के बच्चों ने भी भाग लिया। शोभायात्रा में शामिल रथ को विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया गया था, जिसमें गुरु रविदास जी के स्वरूप को सजाकर रखा गया था। भक्तजनों ने स्थान-स्थान पर रोककर माथा टेका। एक झांकी भारतीय संविधान पर भी आधारित रही। इसमें छोटे बच्चों ने अपनी प्रस्तुति दी।

शोभायात्रा में गुरू रविदास जी के जीवन पर आधारित भव्य झांकियां एवं बैण्ड बाजों की मधुर धुनें मुख्य आकर्षण रही। शोभायात्रा समस्त नगर का भ्रमण करते हुए पुनः गुरू रविदास मंदिर कडच्छ में सम्पन्न हुई।

शोभायात्रा  को सफल बनाने के लिए एवं पूर्ण निगरानी रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से पुलिस  सुरक्षा बल की व्यवस्था की गई थी।
श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारा में टेका माथा

शोभायात्रा शाम के समय गुरुद्वारा परिसर में पहुंची, जहां श्रद्धालुओं ने एकत्रित होकर गुरुद्वारा में माथा टेका। भक्तजनों ने लंगर का प्रसाद भी ग्रहण किया। परिसर को भव्य बनाने के लिए गुरु रविदास जी के जीवन वृत्तांत से संबंधित बैनर भी लगाए गए थे। गुरु रविदास जी के स्वरूप और उनसे जुड़ी सामग्री की प्रदर्शनी भी लगाई गई।

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