- जिलाधिकारी ने दिया मुख्य शिक्षा अधिकारी को आख्या प्रस्तुत करने के लिए 3 दिन का समय
- बाल मंदिर स्कूल, भेल पिछले वर्ष 2021- 22 में इंटर का रिजल्ट भी 23 प्रतिशत रहा, सोचनीय विषय
हरिद्वार। भेल प्रबंधिका हरिद्वार द्वारा संचालित बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर -1 को आगामी सत्र से बंद करने के आदेश का अभिभावकों ने पुरजोर विरोध करते हुए प्रधानाचार्य का घेराव कर प्रदर्शन किया। सभी प्रदर्शनकारी व अभिभावक प्रबंधिका के विद्यालय में आने के लिए अड़े रहे। परन्तु सचिव ईएमबी और शिक्षाधिकारी ने आने से मना कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर विद्यालय को बंद नहीं होने दिया जाएगा। अगर इसके लिए आंदोलन की आवश्यकता होगी तो धरना प्रदर्शन व आमरण अनशन भी होगा ।
गौरतलब है कि भेल प्रबंधिका की ओर से बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर -1 को आगामी सत्र से बंद करने का निर्णय लिया है। इसके विरोध में गुरुवार को अभिभावकों ने सांसद रमेश पोखरियाल निशंक की प्रतिनिधि रीता चमोली व पार्षद विष्णु लोक कॉलोनी सुनील पांडे और पार्षद हितेश कुमार के नेतृत्व में विद्यालय में प्रधानाचार्य का घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने विद्यालय को बंद किए जाने का पुरजोर विरोध करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर महिला प्रदेश मंत्री भाजपा रीता चमोली ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि प्रबंधिका सरकार की नीतियों के विपरीत कार्य कर रही है जहां एक और सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है वही भेल प्रबंधिका बेटी को कह रही है कि तुम पहले जंगल में जाओ उसे गुजरने के बाद विद्यालय में पढ़ोगे। उन्होंने कहा कि प्रबंधिका को चेतावनी देना चाहती हूं कि पहले इस बात की गारंटी दे कि छात्राओं के साथ किसी भी अनहोनी की दशा में कौन जिम्मेदार होगा। पार्षद सुनील पांडे व पार्षद रितेश कुमार ने कहा कि भेल प्रबंधन 700 छात्र-छात्राओं के भविष्य को अंधकार में करने पर उतारू है एक और जहां बोर्ड व गृह परीक्षाएं शुरू हो गई है वहीं छात्र छात्रायें अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं उनके माता-पिता स्कूल के बाहर एकत्रित हो रहे तथा खून के आंसू बहा रहे हैं। इसके बाद सभी नेता माननीय जिलाधिकारी हरिद्वार से मिले तथा जिलाधिकारी महोदय ने समस्या को गंभीर पाते हुए तुरंत मुख्य शिक्षा अधिकारी हरिद्वार को पत्र लिखकर निर्देशित किया इस संबंध में 3 दिन के अंतर आख्या प्रस्तुत करें ।
बताया जाता हैं कि बाल मंदिर स्कूल को भेल प्रशासन द्वारा पिछले कई सालों से बंद करने की तरह तरह की योजना बनाई जा रही है। इस स्कूल की तरफ पढ़ाई, साफ-सफाई को लेकर बिल्कुल भी ध्यान नही दिया जा रहा है ताकि बच्चों का रिजल्ट अच्छा ना रहे और अभिभवाक् परेशान होकर खुद ही अपने बच्चों का प्रवेश दूसरे स्कूल में कराने के लिए तैयार हो जाये। इससे पूर्व भी अभिभवाको पर दबाव बनाया जाता रहा है। जिसका अनदेहखा नहीं किया जा सकता, इस स्कूल के पिछले वर्ष 2021-22 में इंटरमीडिएट का रिजल्ट कक्षा 12 में 131 छात्र छात्रा अध्यनन रत थे जिसमें से 30 मात्र पास हुए। 100 बच्चे फेल हुए हैं जो एक जाँच का विषय है ऐसा भी नहीं कि भेल द्वारा फीस मे कोई दी जा रही है फीस भी अन्य सजूलो ज्यादा ही होगी। इतना कम प्रतिशत भेल या अन्य किसी cbse स्कूलों में नहीं रहा होगा ओर रहेगा।
इस संबंध में जब अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन से बात की तो उन्होंने उनको भी यही कहा कि आप अपने बच्चों का प्रवेश किसी दूसरे स्कूल में करा लो। जो बहुत ही जांच का विषय है और इसकी भी जांच होनी चाहिए। 130 बच्चों में से मात्र 30 बच्चे पास क्यों हुए।
वक्ताओं में मनु रावत व रेणु शर्मा शर्मा ने भी संबोधित करते हुए कहा कि अति शीघ्र महाप्रबंधक मानव संसाधन का भी घेराव किया जाएगा । प्रदर्शनकारियों में सुनील पांडे, हितेश कुमार, मनु रावत, रेनू शर्मा, पिंकी ,चित्रलेखा, राजेश शर्मा ,पिंकी ,सुनीता ,अनीता, मधु, आकृति, सुभाष ,नूतन, रेखा, महेश ,मालती, उमेश, आलोक, अदित्य, अमीषा आदि उपस्थित रहे।
More Stories
जिला प्रशासन के प्रयासों से मसूरी को मिलने जा रही है जाम से सहूलियत
शाह ने विकासखण्ड डोईवाला के अन्तर्गत स्थापित उत्तरा एम्पोरियम एवं आई०टी०डी०ए० ग्रोथ सेन्टर ऋषिकेश का भ्रमण किया
यात्रा प्राधिकरण गठित कर आगामी यात्रा की तैयारी में अभी से जुटें अधिकारी – मुख्यमंत्री