देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सुभाष रोड स्थित होटल में एक न्यूज चैनल द्वारा आयोजित उन्नत उत्तराखण्ड महा संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग कर राज्य से सम्बंधित विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य के समग्र विकास की दिशा में की जा रही पहल एवं इस दिशा में किये जा रहे प्रयासों की भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश का समग्र विकास हमारी प्राथमिकता है। इसके लिये राज्य के विकास के लिये आगामी 10 सालों का रोड मैप तैयार किया जा रहा है। बोधिसत्व विचार श्रृंखला के माध्यम से विषय विशेषज्ञों के सुझावों पर योजनायें तैयार की जा रही हैं। साथ ही जन कल्याण से जुडी योजनाओं के निर्णयों को तत्परता से लागू करने के लिये धरातल पर प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य की जीएसडीपी 25 प्रतिशत बढ़ी है। राज्य का राजस्व दुगना बढ़े इस दिशा में भी कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड गंगा, यमुना, धर्म आध्यात्म एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत वाला प्रदेश है। इसके मूल स्वरूप को बनाये रखने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण के रूप में किया जाने वाला कृत्य तथा सरकारी भूमि पर किया जाने वाला अतिक्रमण किसी भी दसा में सहन नहीं किया जायेगा। प्रदेश में बिना किसी तुष्टिकरण के सबका साथ, सबका विश्वास तथा सबका प्रयास से समान रूप से सभी को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। हमारा एक एक पल प्रदेश के समग्र विकास के लिये समर्पित है। 2025 तक उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो इस दिशा में हमारे प्रयास जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शीघ्र ही इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जायेगा। जिसमें 2 लाख करोड़ के निवेश प्राप्त करने का हमारा लक्ष्य है। राज्य में निवेश बढे, आर्थिक संसाधनों में वृद्धि एवं औद्योगिक वातावरण सृजन हो इसके लिये लैण्ड बैंक तैयार कर सिंगल विंडो सिस्टम को प्रभावी बनाया गया है।राज्य का शांत वातावरण उद्यमियों के सर्वथा अनुकूल है। पर्यटन, उद्योग, कृषि आदि महत्वपूर्ण विभागों की नीति तैयार कर स्वरोजगार की योजनाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का देवभूमि उत्तराखण्ड से कर्म और मर्म का संबंध है। प्रधानमंत्री जी ने 21 वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है उनके मार्गदर्शन में पिछले 09 सालों में उत्तराखण्ड राज्य में हर क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य हुए हैं। चार धाम ऑल वेदर रोड तथा ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पर तेजी से कार्य हो रहा है। टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन तथा दिल्ली देहरादून एलिवेटेड रोड राज्य के विकास का आधार बनेगी।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य पर तेजी से कार्य चल रहा है। बद्रीनाथ में मास्टर प्लान के तहत कार्य प्रगति पर हैं। प्रधानमंत्री ने गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का शिलान्यास किया है। इससे आने वाले समय में यात्रा सुगम होगी। ऋषिकेश को सांस्कृति एवं आध्यात्मिक नगरी के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने विकास के नवरत्न के तहत संचालित योजनाओं के कार्य उत्तराखंड के लिए आने वाले दिनों में विकास की दृष्टि से अहम साबित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने जनता से जो वायदे किये हैं, उन्हें पूरा किया जायेगा। राज्य में नई सरकार के गठन के बाद पहली ही कैबिनेट में समान नागरिक संहिता के लिए ड्राफ्ट बनाने के लिए कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया, जिस पर तेजी से कार्य किया जा रहा है, जिसका ड्राफ्ट 30 जून तक तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि समान नागरिक संहिता कमेटी द्वारा सभी विधि विशेषज्ञों एवं समाज के प्रबुद्धजनों से बात कर रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट प्राप्त होते ही उसका अध्ययन किया जायेगा एवं शीघ्र लागू किये जाने की दिशा में कार्य किया जायेगा। उत्तराखण्ड देश में इस कानून को लागू करने वाला पहला प्रदेश होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रहने वाले सभी जाति, सभी पंथ, सभी मजहबों के लिये एक समान कानून उत्तराखण्ड में लागू होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में युवाओं के व्यापक हित में नकल विरोधी कानून में 10 वर्ष की सजा तथा नकल माफिया की संपत्ति को जब्त करने का प्रावधान किया गया है, नकल में सम्मिलित कई लोगों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में होने वाली गड़बड़ी को जड़ से खत्म करने के लिए हमने भारतवर्ष का सबसे सख्त कानून बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नकल विरोधी कानून आने पर अब अभ्यर्थियों का चयन उनके योग्यता, प्रतिभा एवं क्षमता के आधार पर हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मेधावी व प्रतिभाशाली छात्रों को आर्थिक तंगी के कारण पढ़ाई में कठिनाई न हो इसके लिये मुख्यमंत्री छात्रवृत्ति प्रोत्साहन योजना आरंभ की है। यह योजना माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा में अध्ययनरत छात्रों के लिये स्वीकृत की गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जी 20 की अध्यक्षता करने का अवसर मिला है। प्रधानमंत्री के विस्तृत विजन के वजह से जी 20 की बैठकें देश के छोटे शहरों में हो रही हैं। उत्तराखण्ड की जी 20 की तीन बैठकों के लिये प्रधानमंत्री जी ने चुना इसकी दो बैठकें सफलतापूर्वक आयोजित हो चुकी है, तीसरी बैठक इस माह में आयोजित होगी। राज्य में जी 20 की बैठकों के आयोजन देश के साथ उत्तराखण्ड के विकास की कहानी बयान करती है। इन बैठकों से राज्य की संस्कृति, कला, रहन-सहन, खान-पान, स्थानीय उत्पादों को पहचान ही नहीं मिली देवभूमि का संदेश भी देश व दुनिया में गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड का प्राकृतिक सौंदर्य, शांत वातावरण एवं आध्यात्मिक परिवेश फिल्मों के अनुकूल है। पिछले दो वर्षों के अंतराल में लगभग 300 फिल्मों की शूटिंग यहां हुई है। फिल्मांकन के लिये पूरे उत्तराखण्ड का सौंदर्य ही डेस्टिनेशन है। पर्यटन के क्षेत्र में होम स्टे योजना को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह भी आर्थिकी का मजबूत आधार है। इस अवसर पर महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी भी उपस्थित रहे।
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