हरिद्वार। गर्मी व उमस को झेल रहे जनपद हरिद्वार वासियों को सावन का महीने शुरू होते ही राहत मिली। उत्तराखण्ड में पिछले कई दिनों से अच्छी बारिश हो रही है। यह बारिश ने जिला प्रशासनिक अफसरों की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी। हरिद्वार के एक दर्जन से ज्यादा कॉलोनी व मोहल्ले जलमग्न है। यहां के निवासियों के के घरों में बारिश का पानी हिलोरें मार रहा है। लोगों के घरों को जलमग्न होता देख जिला प्रशासन के हाथ पैर फूल गए है। हरिद्वार जिले हर छोटे-बड़े कस्बे, नगर और गांव में पिछले 24 घंटे से बारिश हो रही है।
कई रोज से जिले में कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश का दौर चल रहा है। बारिश को होता देख लोगों का तन-मन प्रफुल्लित हो उठा। बारिश की सुहानी बूंदों में बच्चे और बड़े अटखेलियां करते नजर आ रहे है। वहीं, सबसे ज्यादा सकून किसानों के चेहरे पर दिखाई दे रहा है। अच्छी बारिश से उन्हें अच्छी फसल पैदावार की उम्मीद जागती दिख रही है। बारिश के चलते लोगों ने छतरी, रैन कोट को निकाल लिया है। बारिश की वजह से शहर की अधिकांश सड़कें पानी से लबालब आ रही है।
हरिद्वार शहर का सुप्रसिद्ध हरिआश्रय, इन दिनों लबालब है। सड़क पर जल निकासी के उचित प्रबंध न होने पर पानी हिलोरें मार रहा है। इस सड़क पर हरिआश्रय की तरह सड़क नजर नहीं आ रही है।
पतंजलि योगपीठ में भरा पानी
स्वामी बाबा रामदेव की पतंजलि योगपीठ, पतंजलि विश्वविद्यालय, पतंजलि वैलनेश फेस-2 आदि तालाब बन चुकी है।
ज्वालापुर की विष्णुलोक कालोनी, ज्वालापुर चौहानान मौहल्ले में सडकों पर निकलपाना मुश्किल है।
बारिश के सीजन में जल भराव की वजह से लोगों का भारी नुकसान हो गया। इस वजह से लोगों में आक्रोश पनप उठा। इस वजह से वाहन चालकों को मुसीबत का सामना करना पड़ा।
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