हरिद्वार। महारत्न कंपनी बीएचईएल ने अपने अफसरों और सुपरवाईजरों के भत्तों मंे कटौती का फरमान जारी किया है। तर्क दिया जा रहा है कि वर्तमान में भेल आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। वैसे तो इस कटौती की अटकलें लंबे समय से लगाई जा रही थी। इस फरमान से अफसरों और सुपरवाईजरों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
हरिद्वार इकाई के लगभग 1100 सुपरवाईजर और 1400 अफसरों के वेतन से अगले माह से कटौती शुरू हो जायेगी। अगले माह वित्तीय वर्ष 2023-24 के महज छह माह शेष रह जाएंगे, ऐसे में पर्क कटौती किसी के गले नहीं उतर रही है। बुधवार को एक परिपत्र जारी कर 15.5 फीसदी पर्क कटौती करने का आदेश में कहा गया है। हालांकि अभी भी इस पर विचार जारी है। इससे सुपरवाईजरों और अफसरों को 15 से 20 हजार माह का नुकसान हो सकता है।
सूत्रों कि मानें तो यदि कंपनी आगे बेहतर परफार्मेंस करती है तो आने वाले समय में इन अफसरों को पर्क की सुविधा बहाल की जा सकती है। गौरतलब है कि पर्क और भत्ते का पुनरीक्षण जनवरी 2023 से होना था। दो बार शीर्ष प्रबंधन ने सर्कुलर निकालकर सरकार के दबाव के चलते वापस भी लिया था। जो आज भी रिमाइंड नहीं हुआ। फिलहाल अगले माह के वेतन से पर्क कटौती की जाएगी। खास बात यह है कि पर्क कटौती के दायरे में बीएचईएल के कर्मचारी नहीं आ रहे। वैसे भी भेल प्रबंधन वर्कर्स के पचड़े में पड़ना ही नहीं चाहता।
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