November 24, 2024

देश और समाज की प्रगति में बच्चों की सहभागिता बढ़ी: काला

हरिद्वार। सेवा भारती हरिद्वार नगर द्वारा राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के अवसर पर विभिन्न संस्कार केंद्रों के बच्चों के मध्य एक प्रतियोगिता कांगड़ी ग्राम में आयोजित की गई। उदघोष वंदना, प्रार्थना तथा जन्मदिवस गीतों के विभिन्न चरणों में बच्चों की चार टीमों ने अपनी सुन्दर प्रस्तुति दी और सिद्धि विनायक केन्द्र की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। सामान्य ज्ञान के प्रश्न भी बच्चों से निर्णायक मंडल द्वारा पूछे गये। इस अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि प्रांतीय संरक्षक महेश चंद्र काला ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ज्ञान औऱ संस्कार देने से समाज तथा देश की उन्नती में बच्चों की सहभागिता बढ़ती है। सेवा भारती के संस्कार केन्द्रों के बच्चों ने उत्तराखंड के लोक गीतों औऱ देश भक्ति के गीतों पर मनमोहक प्रस्तुतियां दी। नगर मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने सेवा भारती के कार्यों एवम् उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह भावी पीढ़ी ही भारत का भविष्य हैं और इनको शिक्षित करने का संकल्प सेवा भारती ने लिया हुआ है। नगर अध्यक्ष कैलाश चंद्र शर्मा ने इस प्रतियोगिता का सफल संचालन किया। इस अवसर प़र नगर कोषाध्यक्ष धर्मानंद कडंवाल, जिला सदस्य ललित पांडे, भारत विकास परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी अमित कुमार गुप्ता तथा सतीश चंद शर्मा ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। नगर अध्यक्ष कैलाश चंद शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आदर्श बाल विद्या मंदिर जूनियर हाईस्कूल में गरीब और बेसहारा लोगों के बच्चें शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली सिद्धि विनायक बाल संस्था केंद्र कांगड़ी की टीम में दिव्यांशी, रानी, सोनिया, शिखा, राधिका को विजेता की ट्राफी अतिथियों द्वारा प्रदान की गई।वही दूसरे स्थान पर रही मां सरस्वती बाल संस्था केंद्र कांगड़ी की टीम में शामिल मानवी, सन्नी, अभियांश, दिशांत, आरूणी और तीसरे स्थान पर रही गौरी शंकर बाल संस्कार केंद्र गाजीवाली में शामिल सेवी, खुशी, दिव्या, रिया, दामिनी, सिमरन, रौनक, पल्लवी और अंतिम स्थान पर रही वीरांगना तीलू रोतेली बाल संस्कार केंद्र गाजीवाली की टीम में शामिल पल्लवी, नंदनी, आकांक्षा साक्षी को भी पुरस्कृत किया गया। सीपी शर्मा, वर्षा पाल, आरती सैनी, रूबी, शीतल, प्रताप सिंह शिक्षक व शिक्षिकाओं सहित विभिन्न केंद्रों के 150 से अधिक बच्चे उपस्थित रहे।

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