September 8, 2024

धतूरा’, गंजापन दूर करने के साथ बढ़ाता है फिजिकल पावर, ऐसे करें इस्तेमाल

नई दिल्ली:

वैसे तो धतूरे का फल काफी जहरीला माना जाता है इसका सेवन आपके लिए काफी घातक भी हो सकता है. लेकिन कम लोग ही जानते हैं कि धतूरे का प्रयोग औषधि के रूप में भी किया जा सकता है. भगवान भोलेनाथ (Lord Shiva) को खुश करने के लिए उन्हें धतूरा चढ़ाया जाता है. भोलेनाथ को धतूरा बहुत पसंद है. शरीर पर भस्म रमाने वाले बैरागी भोले बाबा को धतूरा चढ़ाने से दुखों से छुटकारा मिल जाता है. क्या आप जानते हैं कि शिवजी की ये प्रिय चीज सिर्फ भगवान शिव को खुश कर अपनी किस्मत चमकाने में नहीं हैं, बल्कि बामारियों में धतूरा का इस्तेमाल किया जाता है. भगवान शिव कैलाश में रहते हैं और ये क्षेत्र अत्यंत ठंडा है जहां ऐसे आहार और औषधि की जरुरत होती है जो शरीर को ऊष्मा प्रदान करे. वैज्ञानिक दृष्टि से धतूरा सीमित मात्रा में लिया जाए तो औषधि का काम करता है और शरीर को अंदर से गर्म रखता है. देवी भागवत‍ पुराण में कहा गया है कि विषपान के बाद अश्विनी कुमारों ने भांग, धतूरा, बेल आदि से शिव जी की व्याकुलता दूर की थी. आयुर्वेद के मुताबिक धतूरे में मौजदू औषधिय गुण घाव में बचाने और शारीरिक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं. पुरुषों के लिए धतूरे (Dhatura) का सेवन  करना किसी वरदान से कम नहीं है. इससे उनकी शारीरिक क्षमता (Physical Power) बढ़ती है. इसके सेवन के लिए लौंग और धूतरे के  बीज को  बराबर मात्रा में पीस लें. फिर इसके बाद इसमे शहद मिलाकर छोटी गोलियां बना लें. अब  रोजाना सुबह इसकी एक गोली खाएं, बदलाव आप खुद महसूस करेंगे.