हरिद्वार।
न्यू विकास कॉलोनी निवासी वरिष्ठ पत्रकार गंगाशरण कश्यप की युवा बेटी 22 वर्ष पायल कश्यप की तबियत बीते सोमवार की सुबह उल्टी व पेट में दर्द के कारण अचानक खराब हो गई थी। पत्रकार कश्यप के बाहर होने के कारण उनके परिजन उसे तत्काल गंगा वैली हॉस्पिटल ले गये, लेकिन हॉस्पिटल के मालिक डॉ.सुमन अग्रवाल की लापरवाही के कारण उसे वहां कोई उपचार नही मिल पाया और हॉस्पिटल के गेट से ही वापस लौटना पड़ा। तत्पश्चात उसे उपचार के लिए रानीपुर मोड़ डॉ.संजय कपूर के यहां भर्ती कराया गया। जहां शाम को पायल कश्यप की हालत और अधिक बिगड़ गई। इसके बाद उसे सिटी अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टर ने वेंटीलेटर की आवश्यता का हवाला देते हुए टाल दिया। इसके बाद पायल कश्यप के परिजनो ने पूर्व मंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष मदन कौशिक से वेंटिलेटर की गुहार लगाई और जया मेक्सवेल, भूमानंद, सूर्यदेव आदि अस्पतालो के दरवाजे खटखटाऐ, लेकिन सभी ने हाथ खड़े कर दिए। शाम से लेकर रात साढ़े बारह बजे तक पत्रकार कश्यप अपनी बेटी को ऐंबुलेंस में लेकर अस्पतालो के धक्के खाते रहे और उत्तराखंड के मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, लक्सर विधायक संजय गुप्ता से भी वेंटिलेटर उपलब्ध कराने का अनुरोध करते रहे। किंतु सभी जगह से आश्वासन के अलावा कुछ नही मिला। आखिर मौत और जिंदगी के बीच रातभर जूझती रही पायल कश्यप ने सुबह चिकित्सा के अभाव में दम तोड़ दिया।
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