October 4, 2024

करोड़ों रुपए छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने चेयरमैन एवं कोषाध्यक्ष को गिरफ्तार किया

देहरादून के सेलाकुई  दून इंटीट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी छात्रवृत्ति घोटाला

देहरादून।

एसआईटी ने छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में आरोपी देहरादून के सेलाकुई स्थित दून इंटीट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी के चेयरमेन और कोषाध्यक्ष को करोड़ों रूपये का घोटाला करने के आरोप में गिरफ्तर किया है। दोनों यूपी के मेरठ जिले के मवाना व लालकुर्ती क्षेत्र के निवासी हैं।

जांच के दौरान एसआईटी ने पाया गया कि सेलाकुई स्थित दून इंटीट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी द्वारा जिला समाज कल्याण अधिकारी, देहरादून से वर्ष 2011-12 से 2016-17 तक कुल छात्रवृत्ति रू0 3,29,25,890/-(रू0 तीन करोड़ उन्तीस लाख पच्चीस हजार आठ सौ नब्बे) प्राप्त की गयी। जिसमें से वर्ष 2011-12 तथा 2012-13 (आफलाइन वर्ष) में रू0 1,34,10,000/-(रू0 एक करोड़ चैंतीस लाख दस हजार) की छात्रवृत्ति अपने बैंक खातों में प्राप्त की गयी।

संस्थान के चैयरमैन डा. मनोज कुमार तथा कोषाध्यक्ष दीपक कुमार द्वारा अपने संस्थान में दर्शाए गए छात्रों को निशुल्क प्रवेश का लालच देकर उनके शैक्षणिक व अन्य दस्तावेज प्राप्त कर लिये गए थे तथा उन्हें बताया गया कि कालेज में प्रवेश के बारे में उन्हें फोन से बताया जायेगा। किन्तु संस्थान द्वारा छात्रों से कोई सम्पर्क नहीं किया गया। इसके बाद उनके दस्तावाजों का उपयोग समाज कल्याण विभाग से छात्रवृत्ति लेने के रूप में किया गया।

एसआईटी ने बताया कि दोनों आरोपियों द्वारा किए गए घोटाले के संबंध में पर्याप्त साक्ष्य जुटाने के बाद उन्हें किरफ्तार करने का प्रयास किया लेकिन वे फरार चल रहे थे। इसके लिए एक विशेष टीम बना कर मेरठ के मवाना निवासी 50 वर्षीय डा. मनोज कुमार, चैयरमैन को थाना सहसपुर क्षेत्र से तथा मेरठ के ही लालकुर्ती थाना क्षेत्र निवासी कोषाध्यक्ष 51 वर्षीय दीपक कुमार उसके घर के पास से ही गिरफ्तार किया गया। उन्हें गिरफ्तार करने वाली टीम में मामले की जांच कर रहे एसआई अनिरूद्ध मैठाणी, एसआईटी के दरोगा दयाल सिंह, सहसपुर थाने के सिपाही कमल सोरागी, एसआईटी कार्यालय के जवान अरविन्द प्रसाद, मनीष कवि व एसआईटी के चालक प्रशान्त शामिल हैं।