September 8, 2024

ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में वैक्सीनेशन 18 से 44 आयु वर्ग के लाभार्थियों को वैक्सीन सेन्टर पर लगातार

हरिद्वार।

जिलाधिकारी सी. रविशंकर के निर्देशन, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के.झा के मुख्य संयोजन एवं वैक्सीनेशन सेन्टर के नोडल अधिकारी/रेडक्राॅस सचिव डॉ. नरेश चौधरी के संयोेजन में जनपद हरिद्वार में कोविड-19 वैक्सीन 18 से 44 आयु वर्ग के लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने का विशेष अभियान जोर-शोर से चल रहा है। ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में कोविड-19 वैक्सीन सेन्टरस पर 18 से 44 आयु वर्ग के लाभार्थियों को रोजाना वैक्सीन की प्रथम एवं द्वितीय डोज़ लगवा कर कोविड-19 महामारी से सुरक्षित किया जा रहा है और सभी लाभार्थी वैक्सीनेसन सेन्टरस पर उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के लिये रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी की विशेष सराहना करते हुए जनसमाज को जागरूक कर रहे हैं कि कोविड-19 की तृतीय लहर को मद्देनजर रखते हुए शीघ्र अति शीघ्र कोविड-19 वैक्सीन जरूर लगवाएं।

ऋषिकुल सेन्टर पर 18 से 44 आयु वर्ग के लाभार्थियों को सैन्टर पर ही बिना लाइन पर लगे हुए, पंजीकरण एवं प्रमाणित करने के उपरान्त कोविड-19 वैक्सीन की प्रथम डोज़ लगाई जा रही है, जिससे उक्त आयु वर्ग के लाभार्थियों में ऋषिकुल वैक्सीन सेन्टर पर वैक्सीन लगवाने के लिये विशेष उत्साह दिख रहा है। बिना स्लोट के ऋषिकुल सेन्टर पर डॉ. नरेश चौधरी के नेतृत्व में तीन दिवस के अन्दर लगभग 2500 (पच्चीस सौ) लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने का जनपद हरिद्वार में रिकार्ड बनाया।

स्वास्थय विभाग की तरफ से डॉ. नलिंद असवाल एवं डॉ. सुबोध जोशी ने भी वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण किया और वैक्सीन सेन्टर पर सहयोग कर रहे रेडक्रॉस स्वयं सेवकों के सहयोग एवं उत्कृष्ठ व्यवस्थाओं के लिये रेड क्रास सचिव डॉ. नरेश चौधरी की विशेष सराहना करते हुए प्रशंसा की। कोविड-19 वैक्सीन सेंटर्स पर सभी लाभार्थियों को वैक्सीन डोज़ देने से पहले कोविड-19 गाइडलाइन पालन के लिये प्रेरित किया जाता हैं तथा साथ ही साथ सभी को संकल्प दिलाया जाता है कि सभी को कोविड-19 गााइडलाइन पालन करने के लिये जनसमाज को भी विशेष रूप से जागृत करना है कि कोविड-19 महामारी तीसरी लहर के रूप में जनसमाज को ग्रसित न कर दे, इसलिये सभी को लापरवाही नहीं करनी है, मास्क का प्रयोग करते रहना है, सामाजिक दूरी बनाये रखनी है, साफ-सफाई अवश्य रखनी है तथा भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर आवश्यक नहीं हो तो जाने से बचना है ये सभी संदेश अपनी दिनचर्या में रखनी है।

रेडक्राॅस स्वयं सेवकों में डॉ. आराधना रावत, विकास देसवाल, डॉ. वैशाली, डॉ. उर्मिला पाण्डेय, श्रीमती पूनम, शशांक प्रताप सिंह, पृथा बसु, आराधना सिंह, सम्पदा कपूर, राहुल पाण्डेय, अभिषेक गुप्ता, वैशाली, मेघा, दीपक, सतेन्द्र सिंह नेगी, संतोष कुमार के द्वारा सक्रिय सहयोग किया गया।