April 23, 2025

ज्योतिर्लिंग में भगवान शिव का वास, दर्शन मात्र से ही जन्म जन्मांतर के पाप और कष्टों से मुक्ति: आचार्य पंडित रामानंद दूबे 

***शिवालिक नगर, श्री शिव मंदिर में चल रहे द्वादश ज्योतिर्लिंग प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव अनुष्ठान बड़ी संख्या में जुट रहे हैं श्रद्धालु भक्तजन

हरिद्वार। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी, के विद्वान आचार्य पंडित रामानंद दूबे ने कहा कि ज्योतिर्लिंग में भगवान शिव का वास होता है और भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन और पूजन से भक्तों के जन्म–जन्मांतर के सारे पाप और कष्ट दूर हो जाते हैं। वहीं मोक्ष और पुत्र की प्राप्ति होती है।‌ पुराणों में द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, केदारेश्वर, भीमाशंकर, विश्वनाथ, त्र्यंबकेश्वर, वैद्यनाथ, नागेश्वर, रामेश्वर और घुष्मेश्वर शामिल हैं। ऐसी मान्यता है कि जो मनुष्य प्रतिदिन प्रात:काल उठकर इन बारह ज्योतिर्लिंगों के नाम का पाठ करता है, उसके सभी प्रकार के पाप छूट जाते हैं और उसको संपूर्ण सिद्धियों का फल प्राप्त हो जाता है।

बताते चलें कि श्री शिव मंदिर समिति (रजि) शिवालिक नगर के तत्वावधान में चल रहे पांच दिवसीय द्वादश ज्योतिर्लिंगों की प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के तीसरे दिन मुख्य आचार्य पं रामानंद दुबे के नेतृत्व में नित्य पूजन के उपरांत जलाधिवास अन्नाधिवास प्रसाद वास्तु, होमादि प्रसाद स्नपन कार्यक्रम संपन्न कराया गया। वहीं चौथे दिन गुरुवार को नित्य पूजन के साथ ज्योतिर्लिंगों का स्नपन, नगर भ्रमण, श्य्याधिवास और शांति पौष्टिक होम संपन्न होगा। इस मौके पर समिति के महासचिव शशि भूषण पांडेय ने कहा कि द्वादश ज्योतिर्लिंगों की स्थापना को लेकर क्षेत्रवासियों में ख़ासा उत्साह है। तीर्थनगरी हरिद्वार के लोगों को एक ही स्थान पर द्वादश ज्योतिर्लिंगों के दर्शन का पुण्य लाभ अर्जित होगा।‌ इस पुण्य कार्य में बड़ी संख्या में लोग श्रद्धा और उल्लास के साथ शामिल हो रहे हैं। देवाधिदेव महादेव की कृपा और आशीर्वाद से सभी लोगों का मंगल हो। इसी कामना के साथ भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंगों की स्थापना का कार्य संपन्न कराया जा रहा है। श्री शिव मंदिर समिति रजि शिवालिक नगर के सदस्यों में अनिल कुमार माथुर- अध्यक्ष, अशोक मेहता -उपाध्यक्ष, शशि भूषण पांडेय- महासचिव, राम भारत कुशवाहा- सचिव, रामकुमार चौहान-सचिव, जय ओम गुप्ता, ओ एन शुक्ला, ज्ञानेश चंद-संयुक्त सचिव, पवन सक्सेना- कोषाध्यक्ष, कार्यकारी सदस्य -रेखा सिंगल, राजीव शर्मा एवं अन्य मंदिर समिति के पंडित और पदाधिकारीगण शामिल रहें।‌