कोटद्वार।
वन विभाग द्वारा लैंसडाउन वन प्रभाग के तिलवाढांग चेक पोस्ट के समीप साल 2020 में 15 लाख लगभग की लागत से तीन हट बनाए गए थे, लेकिन वर्तमान समय में लगभग 50 लाख रुपए की लागत से इन हटों को तोड़कर नए हट बनाए जा रहे हैं। ऐसे में वन महकमे की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
वन मंत्री के प्रोजेक्ट के मुताबिक सिद्धबली मंदिर के समीप तिलवाढांग चेक पोस्ट पर वन विभाग की वर्षों से खाली पड़ी वन भूमि पर साल 2020 में लाखो रुपए की लागत से तीन हट बनाए गए थे और चारदीवारी भी की गई थी। हट और चारदीवारी इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 15 लाख रुपए खर्च किए गए थे।
हट को तोड़कर बनाया जा रहा गढ़वाली हाट बाजार हालांकि चारदीवारी के अंदर का सौंदर्यीकरण का कार्य नहीं किया गया और न ही हट का विधिवत उद्घाटन किया गया। अब हालत यह है कि साल 2021 में लाखों रुपए की लागत से बने इन हटों को कालागढ़ टाइगर वन प्रभाग के द्वारा तोड़ा जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर क्यों लाखों की लागत से बने इन हटों को तोड़ा जा रहा है? क्या पहले इन हट्स को बनाने की सुनियोजित तरीके से रूपरेखा नहीं बनाया गया था, जिससे इनको तोड़ा जा रहा है। पूर्व में लाखों रुपए खर्च कर हट बनाए गए थे। लैंसडाउन वन प्रभाग ने भी इन हटों को बांस से बनाया था और अब कालागढ़ टाइगर वन प्रभाग भी बांस से इन हटों को आकर्षक बना रहा है, कालागढ़ वन प्रभाग का कहना है कि इन हटों को तोड़ा नहीं जा रहा बल्कि गढ़वाली हाट बाजार बनाया जा है। इस संबंध में मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल पौड़ी सुशांत कुमार पटनायक से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है, लैंसडाउन और कालागढ़ डीएफओ से मामले की जानकारी ली जाएगी।
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